नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट मे आज हम डेबिट नोट और क्रेडिट नोट मे अन्तर क्या है। के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्राप्त करेगे। दोस्तों पिछली पोस्ट में मेने आप को Tally Prime मे Debit Note और Credit Note कैसे बनाये। के बारे में बताया था। तभी से मुझे कुछ Friends के Comments आ रहे हैं। की Sir हमे Debit Note और Credit Note मे Deference क्या है। के बारे में भी समझाइए। इसलिए आज मेने आप के लिए य़ह आर्टिकल तैयार किया है। तो चलिए दोस्तों पोस्ट की शुरुआत डेबिट नोट क्या है। और क्रेडिट नोट क्या है। से करते हैं।
Read More :-
डेबिट नोट क्या है। : नाम चिट्ठी क्या है।
जब क्रेता किसी विक्रेता से माल खरीदता (Goods Purchase) है। और खरीदे गए माल मे किसी कारण कोई कमी रहती है। तो क्रेता उस माल के सम्बंध में विक्रेता के नाम से एक मेमो तैयार करता है। जिसमें खरीदे गए माल की सम्पूर्ण जानकारी विहित होती है। तो इस मेमो को Debit Note कहा जाता है।
Debit Note को नाम की चिट्ठी नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि Debit Note के माध्यम से क्रेता अपनी खाता बही में विक्रेता के खाते जमा (Debit) करता है। ताकी क्रेता और विक्रेता का खाता आपस में मिल जाये।
क्रेडिट नोट क्या है। : जमा चिट्ठी क्या है।
जब क्रेता किसी कारणवश खरीदे गये माल (Sales Return) को वापसी करता है। तो विक्रेता वापसी आये माल के सम्बंध में एक मेमो तैयार करता है। जिसमें वापसी आये माल की सम्पूर्ण जानकारी लिखी जाती है। तो इस मेमो को Credit Note कहते हैं।
साधारण भाषा में कहा जाये तो Sales Return के सम्बंध में विक्रेता द्वारा जो Note बनाया जाता है। उसे Credit Note कहते हैं।
Credit Note को नाम की चिट्ठी नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि क्रेडिट नोट के माध्यम से विक्रेता अपने क्रेता के खाते को Credit करता है।
डेबिट नोट और क्रेडिट नोट मे अन्तर।
या
Deference Between Debit Note and Credit Note
या
नाम चिट्ठी और जमा चिट्ठी में अन्तर।
डेबिट नोट और क्रेडिट नोट मे निम्न अन्तर होता है।
1. Debit Note क्रेता (ग्राहक) के द्वारा तैयार किया जाता है। जबकी Credit Note विक्रेता के द्वारा तैयार किया जाता है।
2. डेबिट नोट के माध्यम से विक्रेता को कारण सहित सूचित किया जाता है। की Note मे लिखी राशि को उसके खाते में Debit (नाम) कर दिया गया है। जबकि Credit Note के माध्यम से क्रेता को सूचित किया जाता है। की उसके खाते को Note मे लिखी राशि से Credit (जमा) कर दिया गया है।
3. यह दो Copy मे बनाया जाता है। एक Copy खाता बही मे खतोनि (Posting) करने के लिए सुरक्षित राखी जाती है। और क्रेडिट नोट भी दो Copy मे बनाया जाता है।
4. क्रय वापसी (Purchase Return) की स्थिति मे Debit Note क्रय वापसी बही (Purchase Return Books) मे लेखे का आधार होता है। जबकि विक्रय वापसी (Sales Return) की स्थिति मे Credit Note विक्रय वापसी बही (Sales Return Books) मे लेखे का आधार होता है।
5. यह ब्लू स्याही से बनाया जाता है। जबकि इसको बनाने के लिए लाल स्याही का प्रयोग किया जाता है।
6. डेबिट नोट Sellers की Books मे खाता प्राप्तियों को कम करता है। जबकि क्रेडिट नोट Buyer की Books मे देयता को कम करता है।
7. यह सकारात्मक राशि को दर्शाता है। जबकि यह नकारात्मक राशि को दर्शाता है।
8. डेबिट नोट बनाते समय Supplier Account को Dr. तथा Purchase Return A/c को Cr. किया जाता है। जबकि क्रेडिट नोट बनाते समय Sales Return Account को Dr. तथा Customer A/c को Cr. किया जाता है।
Read More :-
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Debit नोट कौन बनाता है।
डेबिट नोट क्रेता या ग्राहक (Customer) द्वारा बनाया जाता है।
Credit नोट कौन बनाता है।
क्रेडिट नोट विक्रेता द्वारा बनाया जाता है।
Debit Note Journal Entry in Hindi
Date | Particular | L/F | Debit Amount | Credit Amount |
01 July | Supplier Account को Dr. | xxxx | ||
To Purchase Return A/c | xxxx |
Credit Note Journal Entry in Hindi
Date | Particular | L/F | Debit Amount | Credit Amount |
01 July | Sales Return Account Dr. | xxxx | ||
To Customer A/c | xxxx |
Read More :-
Debit Note Example in Hindi
XYZ Company अपने Customer ABC Traders को 20000 रू का Goods Sale करती है। परन्तु जब ABC Traders को Goods प्राप्त होता है। तो उसमे 2000 रू का Goods किसी कारणवश खराब प्राप्त होता है।
ऐसी स्थिति में ABC Traders द्वारा एक Debit Note जारी किया जायगा। जिसमें खराब प्राप्त की सम्पूर्ण जानकारी व राशि लिखी होगी।
जिसका मतलब होगा कि ABC Traders को XYZ Company को 2000 रू कम देना है। क्योंकि ABC Traders ने अपने खाते में 2000 रू से XYZ Company के खाते को Debit कर दिया है।
Credit Note Example in Hindi
दोस्तों ऊपर दिए गए उदाहरण मे ABC Traders जो Debit Note XYZ Company को देगी। तो XYZ Company इस Debit Note के आधर पर एक Credit Note जारी करेगी। जिसका मतलब होगी कि ABC Company ने भी XYZ के खाते को अपनी Books मे Credit कर दिया है।
Debit Note कब बनाया जाता है।
खरीदे गए माल को वापसी करने के लिए डेबिट नोट बनाया जाता है।
Purchase Return | Debit Note |
Credit Note कब बनाया जाता है।
बेचा गया माल जब वापसी आता है। तब क्रेडिट नोट बनाया जाता है।
Sale Return | Credit Note |
Conclusion
नमस्कार दोस्तो उम्मीद करता हु। की आप को मेरा लेख बहुत पसंद आया होगा। जिसमें मेने आप को बहुत ही आसान भाषा मे बताया कि डेबिट नोट और क्रेडिट नोट मे अन्तर क्या है। (Difference between Debit Note and Credit Note) दोस्तों यदि आप को इस लेख में किसी बात को समझने मे परेशानी होती है। तो आप मुझे Comment Box मे पूछ सकते हैं।
इन्हे भी पढे :-
- 30 Most Useful Shortcut key Tally Prime in Hindi
- Indirect Expenses List PDF Download in Hindi
- Tally Prime Shortcut Keys PDF Download हिंदी में 2023
- Golden Rules of Accounting in Hindi PDF Download पूरी जानकारी
- Tally Prime मे Journal Entry कैसे करे। पूरी जानकारी
- 20 Most Useful Shortcut key Tally Prime in Hindi
- खातों का शेष निकालना और बंद करना क्या है।
- Tally Prime क्या है। Tally Prime के New Features क्या है।
- Journal किसे कहते है। journal की विशेषताएँ।
- Tally Prime मे GST Activate कैसे करे।
हेलो दोस्तो, मेरा नाम विकास जरीवाला है। और मै एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट हु। दोस्तो इस ब्लॉग पर मे Accounting, Tally Prime, Technology और Commerce Stream से जुड़े लेख लिखता हू।
1 thought on “डेबिट नोट और क्रेडिट नोट मे अन्तर। 2023”