नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट मे आज हम सीखेंगे की GST Entry Tally Prime मे कैसे की जाती है। तथा साथ ही देखेंगे कि GST क्या है। व इसके प्रकार और GST Rate क्या है। दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हैं कि भारत में GST 1 जुलाई 2017 को लागू हुआ। तभी से विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं की Purchase और Sale पर अलग-अलग GST Rate को निर्धारित किया गया है। जिसके कारण आज भी बहुत से व्यापरियों को Tally Purchase Entry With GST और Tally Sale Entry with GST करने मे परेशानी आ रही है।
परंतु आज मे आप को Tally के New Release 3.0.1 मे Sales and Purchase Entry GST के साथ बनाते वाला हु। जिसमें आप को एक GST Entry Example भी दिखाई देगा। ताकी आप आसानी से समझ सके कि Tally मे GST Entry कैसे की गई है। इसलिए आप Post मे Purchase and Sale Entry देखने से पहले GST Example को जरूर पढ़े।
GST क्या है।
Goods and Services (GST) एक अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax) है। जिसे भारत में 1 जुलाई 2017 को लाया गया। यह भारत में वस्तुओं और सेवाओं पर लगाया जाने वाला Tax है। जिससे की पूरे Tax प्रक्रिया में एकीकृतता लायी जा सकीं। GST का मुख्य उद्देश्य कर प्रणाली को सरल और प्रभावी बनाना है। जिससे व्यवसायों को अधिक सुविधा हो, Tax परिस्थितियाँ स्पष्ट हों और अधिकारी प्रक्रियाएँ कम हों।
GST के प्रकार कौन से है।
GST के तीन प्रकार होते हैं।
1. CGST (Central Goods and Services Tax)
CGST केंद्र सरकार द्वारा वस्तुओं और सेवाओं पर लगाया जाता है। यह राज्य सरकार को नहीं जाता है, बल्कि केंद्र सरकार के खाते में जमा होता है।
2. SGST (State Goods and Services Tax)
SGST राज्य सरकार द्वारा वस्तुओं और सेवाओं पर लगाया जाता है। यह सीजीएसटी के समान रेट पर लगाया जाता है और राज्य सरकार के खाते में जमा होता है।
3. IGST (Integrated Goods and Services Tax)
यह GST का एक तीसरा प्रमुख भाग है। जो राज्यों के बीच वस्तुओं और सेवाओं के लेन देन पर लागू होता है। जब एक राज्य से दूसरे राज्य में वस्तुओं की खरीदी बिक्री होती है। तब IGST का प्रयोग किया जाता है।
GST Rate कौन सी है।
GST के Rate India में वस्तुओं और सेवाओं के प्रकार के आधार पर विभिन्न होते हैं। GST के Rate कुल मिलाकर नीचे दिए गए श्रेणियों में आते हैं।
5%, 12%, 18%, 28%
CGST और SGST का प्रयोग कब करना है।
यदि एक राज्य के अंदर ही वस्तु या सेवा खरीदी और बेची जाती है। तो उस समय CGST और SGST का प्रयोग किया जाता है।
IGST का प्रयोग कब करना है।
अगर वस्तु या सेवा एक राज्य से दूसरे राज्य में खरीदी और बेची जाती है। तो उस मामले में आईजीएसटी (IGST) का प्रयोग किया जाता है।
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Purchase Entry with GST in Tally Prime 3.0.1
मान लो राम से 10000 रु का मोबाइल खरीदा। जिस पर 18% GST है।
इस उदाहरण की Purchase Entry हम Tally मे दो प्रकार से करना सीखेगे।
1. जब मोबाइल एक राज्य से खरीदा गया हो।
2. जब मोबाइल किसी अन्य राज्य से खरीदा गया हो।
1. जब मोबाइल एक राज्य से खरीदा गया हो।
पहले, दुकानदार ने मोबाइल की मूल लागत 10000 रुपये रखी।
अब, CGST और SGST की गणना करते हैं:
- CGST – 10000 रुपये X 9% = 900 रुपये
- SGST – 10000 रुपये X 9% = 900 रुपये
अब, ग्राहक को दुकानदार को कुल 10000 + 900 + 900 = 11800 रुपये देने होंगे।
दुकानदार अपने रिटर्न्स में 900 रुपये को CGST और 900 रुपये को SGST के रूप में दर्ज करेगा और इसे सरकार को जमा करेगा।
जिसकी Entry Tally Prime मे निम्न प्रकार की जायगी।
2. जब मोबाइल किसी अन्य राज्य से खरीदा गया हो।
मान लो Ganesh से 10000 रु का मोबाइल खरीदा। जिस पर 18% GST है।
पहले, दुकानदार ने मोबाइल की मूल लागत 10000 रुपये रखी।
अब, IGST की गणना करते हैं:
- IGST – 10000 रुपये X 18% = 1800 रुपये
अब, ग्राहक को दुकानदार को कुल 10000 + 1800 = 11800 रुपये देने होंगे।
दुकानदार अपने रिटर्न्स में 1800 रुपये के रूप में दर्ज करेगा और इसे सरकार को जमा करेगा।
जिसकी Entry Tally Prime 3.0 मे निम्न प्रकार की जायगी।
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Sale Entry with GST in Tally Prime 3.0.1
मान लो श्याम को 5000 रू मे Furniture बेचा जिस पर 5% GST है।
इस उदाहरण की Sale Entry हम Tally मे दो प्रकार से करना सीखेगे।
1. जब Furniture एक ही राज्य मे बेचा गया हो।
2. जब Furniture किसी अन्य राज्य मे बेचा गया हो।
1. जब Furniture एक ही राज्य मे बेचा गया हो।
Furniture की मूल लागत 5000 रुपये है।
अब, CGST और SGST की गणना करते हैं:
- CGST – 5000 रुपये X 2.5% = 125 रुपये
- SGST – 5000 रुपये X 2.5% = 125 रुपये
अब, ग्राहक को दुकानदार को कुल 5000 + 125 + 125 = 5250 रुपये देने होंगे।
दुकानदार अपने रिटर्न्स में 125 रुपये को CGST और 125 रुपये को SGST के रूप में दर्ज करेगा और इसे सरकार को जमा करेगा।
जिसकी Entry Tally Prime 3.0 मे निम्न प्रकार की जायगी।
2. जब Furniture किसी अन्य राज्य मे बेचा गया हो।
इस उदाहरण मे वस्तु का विक्रय एक राज्य से दूसरे राज्य में हो रहा है। इसलिए Tally Prime मे Sales Entry करते समय IGST का प्रयोग किया जायगा।
पहले, व्यवसायी ने वस्तु की मूल लागत 5000 रुपये रखी।
अब, IGST की गणना करते हैं।
IGST – 5000 रुपये X 18% = 250 रुपये
अब, बिक्री की राशि को गणना करते हैं।
Sale Amount + IGST = Total Sale
5000 + 250 = 5250 रू
अब हम इस Interstates Sale Example की Entry Tally Prime 3.0 मे करना सीखेंगे।
दोस्तो यदि आप GST Course या Tally Course सीखना चाहते है। तो आज मे आप को अपने Personal अनुभव के आधार पर आप के साथ एक GST कोर्स विडियो Share कर रहा हु। जिसे देखकर आप आसानी से GST से संबन्धित सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते है।
Conclusion
नमस्कार दोस्तो उम्मीद करता हु। की आप को मेरा लेख बहुत पसंद आया होगा। जिसमें मेने आप को बहुत ही आसान भाषा मे बताया कि GST Entry in Tally Prime, GST Notes, Sale and Purchase Entry in Tally कैसे करे। दोस्तों यदि आप को इस लेख में किसी बात को समझने मे परेशानी होती है। तो आप मुझे Comment Box मे पूछ सकते हैं।
धन्यवाद………
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हेलो दोस्तो, मेरा नाम विकास जरीवाला है। और मै एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट हु। दोस्तो इस ब्लॉग पर मे Accounting, Tally Prime, Technology और Commerce Stream से जुड़े लेख लिखता हू।