नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट मे आज हम जानेगे की अपूर्ण लेखा प्रणाली या इकहरा लेखा प्रणाली क्या है। (What is Singal Entry System) तथा इकहरा लेखा प्रणाली के लाभ, उद्देश, महत्व, उपयोगिता, आवश्यकता, दोष, सीमाएँ या हानिया क्या है। दोस्तों यदि आप Commerce Subject से पढ़ाई कर रहे हों या किसी Competition Exam की पढ़ाई कर रहे हों तो आप को इकहरा लेखा प्रणाली के बारे में जरूर जानकारी प्राप्त करना चाहिए। ताकी आप Singal Entry System से संबधित सभी प्रकार के प्रश्नों का आसानी से उत्तर लिख सके।
रोकड़ बही की विशेषताएँ, उद्देश, महत्व, लाभ, आवश्यकता क्या है।
इकहरा लेखा प्रणाली क्या है। (What is Singal Entry System)
ईकहरा लेखा प्रणाली (Singal Entry System) मे सौदे का एक पक्ष में या दोनों पक्षों मे या किसी सौदे का लेखा ही नहीं किया जाता है। इसलिए इस प्रणाली को लेखांकन की अपूर्ण लेखा प्रणाली कहा जाता है।
लेखांकन की ऐसी प्रणाली जिसमें दोहरा लेखा प्रणाली के सिद्धांतों और नियमो का पालन नहीं किया जाता है। तो ऐसी प्रणाली को इकहरा लेखा प्रणाली कहा जाता है।
दोहरा लेखा प्रणाली और इकहरा लेखा प्रणाली मे अन्तर।
इकहरा लेखा प्रणाली को लेखांकन की अपूर्ण लेखा प्रणाली क्यों कहते हैं।
इस प्रणाली में केवल रोकड़ खाता तथा खाताबाही का उपयोग किया जाता है। खाता बही में भी केवल व्यक्तिगत खाते का रखे जाते है। इसलिए इस प्रणाली को लेखांकन की अपूर्ण लेखा प्रणाली कहा जाता है।
लेखांकन की इकहरा लेखा प्रणाली (Singal Entry System) लेखा करने की एक अवैज्ञानिक एव अपूर्ण लेखा प्रणाली है। इसमे ना तो सभी प्रकार के लेखे रखे जाते हैं। और ना ही तलपट और अंतिम खाते बनाये जाते हैं। जिस कारण बड़े आकार के व्यवसायी इस लेखा प्रणाली का उपयोग नहीं करते हैं।
इकहरा लेखा प्रणाली की विशेषताएँ
Singal Entry System (इकहरा लेखांकन प्रणाली) या अपूर्ण लेखांकन प्रणाली की निम्नलिखित विशेषताएँ होती है।
1. व्यक्तिगत खातों का लेखा – इकहरा लेखा प्रणाली मे केवल व्यक्तिगत खातों (Personal Account) का ही लेखा किया जाता है।
2. छोटे व्यापरियों के लिए उपयुक्त – इस प्रणाली में किसी व्यवहार का केवल एक पक्ष या दोनों पक्षों मे लेखा किया जाता है। इसलिए यह प्रणाली छोटे आकार के व्यापरियों के लिए उपयुक्त है।
3. विभिन्न प्रकार से लेखा – इकहरा लेखा प्रणाली मे किसी Transition का पूर्ण या एक पक्ष में या किसी Transition का लेखा ही नहीं किया जाता है।
4. सहायक पुस्तकों का उपयोग – इस प्रणाली में दोहरा लेखा प्रणाली की तरह विभिन्न प्रकार के Transitions को Record करने के लिए सहायक बहियों का उपयोग किया जाता है।
5. रोकड़ बही का उपयोग – इकहरा लेखा प्रणाली मे व्यापारीक लेन-देनों को Record करने के रोकड़ बही (Cash Book) का उपयोग किया जाता है।
दोहरा लेखा प्रणाली क्या है। लाभ, गुण, उद्देश्य, महत्व या विशेषताएं।
6. वाउचर का रखा जाना – इस प्रणाली में केवल एक पक्ष का लेखा किया जाता है। जिससे किसी प्रकार की त्रुटि होने पर वाउचर और बिल के आधार त्रुटि को ज्ञात किया जाता है।
7. मितव्ययी व सरल – इस प्रणाली में लेखा करने के लिए कम बहीया/पुस्तके रखी जाती है। इसलिए य़ह लेखांकन की सरल और मितव्ययी प्रणाली है।
8. सम्पत्तियों के खाते – इस प्रणाली में सम्पत्तियों (Assets) के खाते नहीं रखे जाते हैं।
9. परिवर्तनीय प्रणाली – इकहरा लेखा प्रणाली के कोई निश्चित नियम और सिद्धांत नहीं होते हैं। इसलिए यह हर परिस्थिति मे परिवर्तन हो जाती है।
Golden Rules of Accounting in Hindi PDF Download पूरी जानकारी
इकहरा लेखा प्रणाली के लाभ, गुण, उद्देश्य, महत्व अथवा उपयोगिता
अवैज्ञानिक और अपूर्ण लेखा प्रणाली होने के बाद भी इस प्रणाली के निम्न लाभ और उपयोगिता है।
1. छोटे व्यवसायीओ के लिए उपयुक्त – इस प्रणाली में केवल एक पक्ष मे लेखा किया जाता है। जिस कारण य़ह प्रणाली छोटे व्यवसायों के लिए व्यवहारिक मानी जाती है।
2. सुविधाजनक – इस प्रणाली में दोहरा लेखा प्रणाली के नियमो का पालन नहीं किया जाता है। इसलिए य़ह एक सुविधाजनक प्रणाली है।
3. समय की बचत – इस प्रणाली में केवल महत्तवपूर्ण सोदौ का लेखा ही किया जाता है। जिस कारण य़ह प्रणाली व्यवसायी के लिए समय बचत वाली प्रणाली होती है।
4. धन की बचत – Singal Entry System से लेखा करने पर व्यवसायी को ज्यादा कागज पत्र रखने की आवश्यकता नहीं होती है। और ना ही किसी प्रोफेशनल Accountant को रखना होता है। जिस कारण व्यवसायिक के समय और धन दोनों को बचत होती है।
5. गोपनीयता – खातों मे लेखा स्वयं व्यवसायी द्वारा किया जाता है। जिस कारण व्यवसाय मे गोपनीयता बनी रहती है।
6. परिवर्तनीय प्रणाली – इस प्रणाली मे दोहरा लेखा प्रणाली की तरह कठिन नियमो का पालन नहीं किया जाता है। अपितु व्यवसाय की आवश्यकता के अनुसार इस प्रणाली मे परिवर्तन किया जा सकता है।
7. लाभ-हानि का आसानी से ज्ञान – इस प्रणाली से व्यवसायी को लाभ-हानि ज्ञात करने के लिए केवल प्रारंभिक और अंतिम पूँजी की कुछ समायोजन सहित तुलना करनी होती है।
8. कम ज्ञान की आवश्यकता – इकहरा लेखा प्रणाली का उपयोग करने के लिए किसी प्रशिक्षित व्यक्ती की आवश्यकता नहीं होती है। एक साधारण व्यक्ति भी इस पद्धति से लेखा कर सकता है।
अकाउंटिंग शब्दावली क्या है। Accounting Term
इकहरा लेखा प्रणाली के दोष या सीमाएँ या हानि
Disadvantages or Limitations of Single Entry System
इकहरा लेखा प्रणाली के कुछ लाभ है तो कुछ प्रमुख हानिया भी है।
1. अवैज्ञानिक और अपूर्ण प्रणाली – इस प्रणाली मे केवल एक पक्ष मे लेखा किया जाता है। इस कारण य़ह प्रणाली अपूर्ण और अवैज्ञानिक प्रणाली है।
2. केवल Personal Account को महत्व – इस प्रणाली मे केवल व्यक्तिगत खातों (Personal Account) का लेखा किया जाता है। वास्तविक और नाममात्र के खातों पर ध्यान नहीं दिया जाता है।
3. Trial Balance बनाना सम्भव नहीं – खातों का दोहरा लेखा नहीं होने के कारण तलपट (Trial Balance) सम्भव नहीं होता है। जिस कारण खातों की गणितीय शुद्धता की जांच भी नहीं हो पाती है।
4. वास्तविक आर्थिक स्थिति का ज्ञान नहीं – इस प्रणाली के अंतर्गत आर्थिक चिट्ठा (Balance Sheet) भी नहीं बनाया जाता है। जिस कारण व्यवसाय की वित्तीय या आर्थिक स्थिति ज्ञात करना असंभव है।
5. सम्पत्तियों का ज्ञान नहीं – इस प्रणाली मे केवल व्यक्तिगत खाते रखे जाते हैं। जिस कारण सम्पत्तियों का ज्ञान प्राप्त करने के कठिनाई होती है।
6. छल कपट की संभावना – इस प्रणाली में खातों का पूर्णतः लेखा नहीं किया जाता है। जिस कारण छल, कपट की संभावना बनी रहती है।
7. त्रुटियों का सुधार नहीं – खातों का ठीक तरह से लिखा नहीं होने के कारण त्रुटियों और गलतीयो मे सुधार करना मुश्किल का कार्य हो जाता है।
8. खर्चो पर नियंत्रण असंभव – इस प्रणाली के अंतर्गत नाममात्र (Nominal Account) के खातों पर ध्यान नहीं दिया जाता है। जिस कारण ख़र्चो या व्ययों पर नियंत्रण असंभव सा हो जाता है।
Conclusion
नमस्कार दोस्तों उम्मीद करता हू की आप को मेरा पोस्ट अपूर्ण या इकहरा लेखा प्रणाली क्या है। तथा इकहरा लेखा प्रणाली के लाभ, उद्देश, महत्व, उपयोगिता, आवश्यकता, दोष, सीमाएँ या हानिया क्या है। अच्छा लगा होगा। इसलिए दोस्तों पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा अपने दोस्तों मे शेयर जरूर करे।
धन्यवाद…..
Learn Tally Prime in Hindi (हिन्दी में टैली प्राईम सीखें)
हेलो दोस्तो, मेरा नाम विकास जरीवाला है। और मै एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट हु। दोस्तो इस ब्लॉग पर मे Accounting, Tally Prime, Technology और Commerce Stream से जुड़े लेख लिखता हू।