नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट आज हम बात करेगे की लेखांकन समीकरण क्या है। एव लेखांकन समीकरण के लाभ क्या है। दोस्तों लेखांकन समीकरण को English मे Accounting Equation कहते हैं। जिसमें Accounting का अर्थ किसी व्यवसाय के लेखे करने से होता है। तथा Equation (समीकरण) का अर्थ किसी दो विवरण को परस्पर समान बताने से होता है। इस प्रकार लेखांकन समीकरण का उपयोग Balance Sheet के सम्पत्ति पक्ष के योग को दायित्व पक्ष के योग के बराबर बताने से होता है। दोस्तों चलिए दोस्तों लेखांकन समीकरण के बारे में और भी कुछ जानते हैं।
लेखांकन समीकरण क्या है। (Meaning of Accounting Equation)
लेखांकन समीकरण का अर्थ किसी Business की कुल सम्पत्ति (Total Assets) का योग को उनके कुल दायित्व (Total Liabilities) के योग के बराबर (= is equal to) होने से होता है।इस प्रकार कुल सम्पति के योग और दायित्व के योग को आपस मे बराबर बताने के लिए जिस समीकरण का उपयोग किया जाता है। उसे लेखांकन समीकरण (Accounting Equation) कहते हैं।
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Lekhankan Samikaran Ka Arth
लेखांकन समीकरण के अनुसार Business मे जो कुछ भी है। वह बाहर के व्यक्तियों द्वारा उपलब्ध कराया गया है। अतः Business मे जब भी कोई सम्पत्ति खरीदी (Assets Purchase) जाती है। तो वह उतनी की राशि से Creditors (Liabilities) भी उत्पन्न करती है। इस प्रकार Business मे कोई भी व्यवहार हो हमेशा सम्पत्ति और दायित्व पक्ष का योग एक समान होता है। इसे निम्नलिखित समीकरण द्वारा समझा जा सकता है।
Accounting Equation Formula (लेखांकन समीकरण के सूत्र)
Assets | = Total Equity |
संपत्ति | = कुल देयता |
Assets | = Creditors Equity + Owners Equity |
संपत्ति | = लेनदारों को देय + मालिक को देय |
Assets | = Liabilities + Capital |
संपत्ति | = दायित्व + पूँजी |
Liabilities | = Assets – Capital |
दायित्व | = संपत्ति – पूँजी |
Capital | = Assets – Liabilities |
पूँजी | = संपत्ति – दायित्व |
Liabilities + Capital | = Assets |
दायित्व + पूँजी | = संपत्ति |
लेखांकन समीकरण के अन्य नाम क्या है।
Accounting Equation, चिट्ठा तुलन पत्र समीकरण, स्थिति विवरण समीकरण आदि।
लेखांकन समीकरण की गणना कैसे की जाती है।
(Computation of Accounting Equation)
Accounting Equation मे व्यवसाय की संपत्ति, देयता और पूंजी मे होने वाले परिवर्तन की गणना की जाती है। व्यवसाय के प्रत्येक लेन देन से व्यवसाय की संपत्ति और दायित्व मे भी परिवर्तन होता है। इसके बाद भी लेखांकन समीकरण के दोनों पक्षो का योग एक समान रहता है।
यदि किसी कारण से व्यवसाय के संपत्ति पक्ष मे व्रद्धि होती है। तो समान रूप से दायित्व पक्ष मे भी व्रद्धि होती है। इसके विपरीत यदि दायित्व पक्ष मे कमी होती है। तो संपत्ति पक्ष मे भी उसी राशि से कमी होती है। और इन्ही परिवर्तनों को रिकॉर्ड करने के लिए लेखांकन समीकरण की गणना की जाती है।
लेखांकन समीकरण के लाभ क्या है।
व्यवसाय मे लेखांकन समीकरण के निम्नलिखित लाभ और महत्व होते है।
1. लेखांकन समीकरण से तलपट (Trial Balance) बनाने मे सहायता मिलती है। जिससे की खाता बही के गणितीय शुद्धता की जाँच हो जाती है।
2. लेखांकन समीकरण मे व्यवसाय के संपत्ति और दायित्वों की गणना की जाती है। जिससे व्यापारी को व्यापार की आर्थिक स्थिति का आसानी से ज्ञान हो जाता है।
3. इससे लेखा पुस्तकों मे लेखा (Entry) करने मे आसानी हो जाती है।
4. लेखांकन समीकरण से व्यवसाय के सकल लाभ (Gross Profit) और शुद्ध लाभ (Net Profit) को ज्ञात करना आसान हो जाता है।
5. लेखांकन समीकरण से Balance Sheet की गणितीय शुद्धता का पता चल जाता है।
6. लेखांकन समीकरण से व्यवसायी को अपने व्यवसाय की कुल संपत्ति और दायित्वों का पता चल जाता है।
7. लेखांकन समीकरण से साधारण व्यक्ति भी लेखांकन के सुनहरे नियम को समझ सकता है।
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लेखांकन समीकरण का उदाहरण
(Accounting Equation Example)
1. नमन से 200000 रु लगाकर व्यापार प्रारम्भ किया।
इस व्यवहार मे 200000 रु लगाकर व्यापार प्रारम्भ किया है। जिससे Cash व्यवसाय की संपत्ति होगी। तथा पूँजी व्यवसाय की दायित्व होती है। तो इस व्यवहार को लेखांकन समीकरण द्वारा निम्न रूप से दर्शाया जायगा।
सम्पत्तिया = दायित्व + पूँजी
Assets = Liabilities + Capital
रोकड़ = दायित्व + पूँजी
Cash = Liabilities + Capital
200000 = 0 + 200000
इस व्यवहार के अनुसार Balance Sheet निम्न प्रकार बनायी जायगी।
Balance Sheet (आर्थिक चिट्ठा)
Liabilities | Amount | Assets | Amount |
Capital | 200000 | Cash | 200000 |
Creditors | 0.00 | ||
Total | 200000 | Total | 200000 |
Conclusion
नमस्कार दोस्तो उम्मीद करता हु। की आप को मेरा लेख बहुत पसंद आया होगा। जिसमें मेने आप को बहुत ही आसान भाषा मे बताया कि लेखांकन समीकरण क्या है। Accounting Equation के लाभ या महत्व क्या है। दोस्तों यदि आप को इस लेख में किसी बात को समझने मे परेशानी होती है। तो आप मुझे Comment Box मे पूछ सकते हैं।
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हेलो दोस्तो, मेरा नाम विकास जरीवाला है। और मै एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट हु। दोस्तो इस ब्लॉग पर मे Accounting, Tally Prime, Technology और Commerce Stream से जुड़े लेख लिखता हू।