नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट मे आज हम Accounting के अंतर्गत सकल लाभ और शुध्द लाभ मे अन्तर (Deference between Gross Profit and Net Profit) जानेगे। पर उससे पहले हम Gross Profit or Net Profit kya hai समझ लेते हैं। तभी हम ईन दोनों के बीच अन्तर को ज्ञात कर सकते हैं। क्योंकि सकल लाभ/Gross Profit और शुध्द लाभ/Net Profit निकालने के अपने अपने सूत्र/Formula होते हैं। जिनके आधार पर इनकी गणना की जाती है।
दोस्तो यदि आप कॉमर्स स्ट्रीम से पढ़ाई कर रहे हो। तो आप ने कभी ना कभी Gross Profit और Net Profit के बारे सुना होगा। पर क्या आप को पता है। की ये दोनों कब और क्यो निकाले जाते है। तथा Gross Profit और Net Profit मे Deference क्या है। तो आज हम इन सभी सवालो जवाब इस पोस्ट मे जानेगे। इसलिए आप पोस्ट को शुरू से End तक जरूर पढे।
Final Account क्या है। Final Account कब बनाया जाता है।
लाभ क्या है (What is Profit)
किसी व्यवसाय/Business में कुल व्ययों पर कुल आगमो (Revenues) का आधिक्य लाभ/Profit कहलाता है।
किसी व्यवसाय में लाभ दो तरह से होता है। एक सकल लाभ और दूसरा शुद्ध लाभ। व्यापारी द्वारा अंतिम खाते तैयार करते समय सबसे पहले व्यापार खाता (Trading Account) बनाया जाता है। जिससे सकल लाभ प्राप्त होता है। तथा सकल लाभ को लाभ-हानि खाते (Profit and Loss Account) मे हस्तांतरित किया जाता है। जिसमें से कुल व्ययो (Expenses) को घटाया जाता है। जिससे शुद्ध लाभ प्राप्त होता है।
सकल लाभ क्या है। (What is Gross Profit)
व्यापार खाता (Trading Account) बनाने के बाद जो लाभ प्राप्त होता है। उसे सकल लाभ/Gross Profit कहते हैं।
सकल लाभ को ज्ञात करने के लिए शुद्ध विक्रय (Net Sales) मे से बेचे गये माल की लागत (Cost of Goods Sold) को घटाया जाता है। जिससे व्यवसायी को अपने व्यवसाय का सकल लाभ प्राप्त होता है।
Balance Sheet क्या है। Balance Sheet कैसे बनाते है।
सकल लाभ कैसे निकालते हैं।
अभी तक हमने सकल लाभ के बारे में जानकारी प्राप्त की अब हम सीखते हैं कि किसी लेखांकन अवधि मे Gross Profit की गणना कैसे करे। जिसके लिए निम्न सूत्रों का प्रयोग किया जाता है।
सकल लाभ = शुद्ध विक्रय – बेचे गये माल की लागत
Gross Profit = Net Sale – Cost of Goods Sold
Net Sale क्या है।
शुद्ध विक्रय = नगद विक्रय + उधार विक्रय – विक्रय वापसी
Net Sale = Cash Sale + Credit Sale – Sales Return
रोजनामचा (journal) से खाता-बही (Ledger) में खतौनी (Posting) कैसे करे।
Cost of Goods Sold क्या है।
बेचे गए माल की लागत से आशय व्यवसाय का प्रारम्भिक स्टॉक, शुद्ध क्रय तथा प्रत्यक्ष खर्चो के योग से होता है।
Cost of Goods Sold = Opening Stock + Net Purchase + Direct Expenses – Closing Stock
बेचे गए माल की लागत = प्रारम्भिक रहतिया + शुद्ध क्रय + प्रत्यक्ष व्यय – अंतिम रहतिया
Gross Profit को कहा Transfer किया जाता है।
किसी व्यवसाय के अंतिम खाते (Final Account) तैयार करते समय सबसे पहले व्यापार खाता बनाया जाता है। जिससे हमे ग्रोस्स प्रॉफ़िट प्राप्त होता है। जिसे नेट प्रॉफ़िट को ज्ञात करने के लिए लाभ-हानि खाते मे ट्रांसफर किया जाता है।
Gross Profit का उदाहरण।
Gross Profit को Trading Account बनाकर ज्ञात किया जाता है।
शुद्ध लाभ क्या है। What is Net Profit
लाभ-हानि खाता (Profit and Loss Account) बनाने के बाद जो लाभ प्राप्त होता है। उसे शुद्ध लाभ/Net Profit कहते हैं।
Net Profit को ज्ञात करने के लिए शुद्ध लाभ मे से सभी अप्रत्यक्ष व्ययो (Indirect Expenses) को घटाया जाता है। तथा सभी अप्रत्यक्ष आयो (Indirect Income) को जोड़ा जाता है जिससे हमे व्यवसाय का शुद्ध लाभ/Net Profit प्राप्त होता है।
शुद्ध लाभ/Net Profit किसी व्यवसाय का Actual Profit होता है। क्योंकि इसी के आधार पर व्यवसायी को अपने Business की Conditions का पता चलता है कि किसी निश्चित अवधि में Business को Profit हो रहा है या Loss और इसी Net Profit के आधार पर व्यवसायी अपने Income Tax का Calculation करता है।
व्यापार खाता क्या है। (What is Trading Account)
शुद्ध लाभ कैसे निकालते हैं।
अभी तक हमने देखा कि Net Profit क्या है। अब सवाल आता है। की शुद्ध लाभ की गणना कैसे करे। तो जिसके लिए हम निम्न सूत्र का प्रयोग करेगे।
शुद्ध लाभ = सकल लाभ – अप्रत्यक्ष व्यय + अप्रत्यक्ष आय
Net Profit = Gross Profit – Indirect Expenses + Indirect Income
Net Profit को कहा Transfer किया जाता है।
लाभ-हानि खाता बनाने के बाद जो नेट प्रॉफ़िट प्राप्त होता है। उसे व्यवसाय के मालिक का शुद्ध लाभ मानकर पूंजी खाते (Capital Account) मे ट्रांसफर कर दिया जाता है।
Net Profit का उदाहरण।
Net Profit को Profit and Loss Account बनाकर ज्ञात किया जाता है।
सकल लाभ और शुध्द लाभ मे अन्तर (Deference between Gross Profit and Net Profit
1 – सकल लाभ (Gross Profit) व्यापार खाते का शेष/Balance होता है। जबकि शुद्ध लाभ (Net Profit) लाभ-हानि खाते का शेष/Balance होता है।
2 – सकल लाभ को कुल बिक्री मे से बेचे गये माल की लागत को घटाने के बाद ज्ञात किया जाता है। जबकि शुद्ध लाभ को सकल लाभ मे से अप्रत्यक्ष व्यय को घटाने के बाद ज्ञात किया जाता है।
3 – इसकी गणना करना अनिवार्य नही है। जबकि शुद्ध लाभ की गणना करना अनिवार्य है।
4 – सकल लाभ किसी भी पक्ष को प्रत्यक्ष से प्रभावित नही करता है। जबकि शुद्ध लाभ विनियोक्ताओ के पक्ष को प्रत्यक्ष से प्रभावित करता है।
5 – इसकी गणना शुद्ध लाभ से पहले की जाती है। जबकि शुद्ध लाभ की गणना सकल लाभ से बाद की जाती है।
6 – यह शुद्ध लाभ पर निर्भर नही करता है। जबकि यह व्यापार सकल लाभ पर निर्भर होता है।
7 – यह व्यापार मे लगने वाली अतिरिक लागत को ज्ञात करने मे सहायक होता है। जबकि यह एक विशेष लेखांकन अवधि मे व्यापार के वास्तविक लाभ को ज्ञात करने मे सहायक होता है।
8 – सकल लाभ को लाभ-हानि खाते मे हस्तांतरित किया जाता है। जबकि शुद्ध लाभ को आर्थिक चिट्ठे मे पूंजी खाते मे जोड़ा जाता है।
9 – अंतिम खाते बनाते समय पहले चरण मे सकल लाभ को ज्ञात किया जाता है। जबकि शुद्ध लाभ को दूसरे चरण मे ज्ञात किया जाता है।
10 – Gross Profit Formula इस प्रकार है Gross Profit = Net Sale – Cost of Goods Sold जबकि Net Profit Formula इस प्रकार है Net Profit = Gross Profit – Indirect Expenses + Indirect Income
Profit and Loss Account और Balance Sheet में अंतर।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
शुद्ध लाभ अनुपात सूत्र क्या है।
शुद्ध लाभ अनुपात = शुद्ध लाभ ÷ परिचालन से आगम (शुद्ध बिक्री) X 100
सकल लाभ अनुपात सूत्र क्या है।
सकल लाभ अनुपात =सकल लाभ ÷ परिचालन से आगम (शुद्ध बिक्री) X 100
शुद्ध लाभ का सूत्र क्या है।
शुद्ध लाभ = सकल लाभ – अप्रत्यक्ष व्यय + अप्रत्यक्ष आय
Net Profit = Gross Profit – Indirect Expenses + Indirect Income
सकल लाभ का सूत्र क्या है।
सकल लाभ = शुद्ध विक्रय – बेचे गये माल की लागत
Gross Profit = Net Sale – Cost of Goods Sold
Conclusion
नमस्कार दोस्तों आशा करता हू। की आप को मेरा पोस्ट बहुत पसंद आया होगा। जिसमें मैंने आप को बहुत ही आसान Steps मे बताया कि सकल लाभ और शुध्द लाभ मे अन्तर क्या है। दोस्तो यदि आप को इस पोस्ट मे किसी बात को समझने मे परेशानी होती है। तो आप मुझे Comment Box मे पूछ सकते हैं। और दोस्तों पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा सोशल नेटवर्क जैसे :- Facebook, Twitter, Instagram, Whatsup आदि के माध्यम से शेयर करे। ताकी अन्य लोगों को भी Accounting और Tally से संबंधित नई-नई जानकारी मिलती रहे।
धन्यवाद……….
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हेलो दोस्तो, मेरा नाम विकास जरीवाला है। और मै एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट हु। दोस्तो इस ब्लॉग पर मे Accounting, Tally Prime, Technology और Commerce Stream से जुड़े लेख लिखता हू।