नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट मे आज हम मूल्यह्रास और उच्चावचन मे अन्तर ज्ञात करेगे। क्योंकि बहुत से लोग मूल्यह्रास और उच्चावचन को एक जैसा ही मानते हैं। जबकि देखा जाए तो ईन दोनों के बीच बहुत Different होता है। और किसी स्थायी पर इनकी गणना भी अलग तरह से की जाती है। इसलिए दोस्तों आप को Deprecation और Fluctuation के बीच अन्तर को जरूर जानना चाहिए।
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मूल्यह्रास क्या है। (What is Depreciation)
किसी भी व्यवसाय के संचालन में स्थायी सम्पत्तियों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। परन्तु व्यवसाय में स्थायी सम्पत्तियों के निरंतर प्रयोग या किन्हीं कारणों से से जब उनके मूल्य, गुणवत्ता, मात्रा आदि मे किसी कारण कमी आ जाती है। तो उसे मूल्यह्रास (Depreciation) कहते हैं।
व्यवसाय मे स्थायी सम्पत्तियों पर किया जाना वाला व्यय पूँजीगत व्यय होता है। जिसका लाभ व्यवसाय को अनेक वर्षों तक मिलता है। जब इनके मूल्य में धीरे-धीरे कमी आती है। तो य़ह व्यवसाय का आयगत व्यय होता है। तथा इस व्यय को सम्पत्ति के सम्पूर्ण जीवनकाल में बांटा जाता है। ताकी व्यवसाय की वास्तविक लाभ-हानि को ज्ञात किया जा सके।
उच्चावचन क्या है। (What is Fluctuation)
यदि किसी कारण से व्यवसाय की स्थायी सम्पत्ति के बाजर मूल्य में कोई परिवर्तन होता है। तो उसे उच्चावचन (Fluctuation) कहते हैं।
मूल्यह्रास और उच्चावचन मे अन्तर
Difference between Depreciation and Fluctuation
क्र. No. | अंतर का आधार (Basis of Difference) | मूल्यह्रास (Depreciation) | उच्चावचन (Fluctuation) |
1 | आशय | किसी स्थायी संपत्ति (Fixed Assets) के निरंतर उपयोग से उसके गुण ,परिमाण, मात्रा या मूल्य में होने वाली स्थायी कमी को मूल्यह्रास (Depreciation)कहते है। | किसी स्थायी संपाति के बाजार मूल्य में होने वाले परिवर्तन को उच्चावचन (Fluctuation) कहते है। |
2 | निश्चितता | मूल्यह्रास निश्चित होता है। | उच्चावचन अनिश्चित होता है। |
3 | निरन्तरता | किसी स्थायी संपत्ति (Fixed Assets) मे मूल्यह्रास निरन्तर होता रहता है। | उच्चावचन कभी – कभी होता है। |
4 | प्रकृति | इसकी प्रकृति हमेशा कमी की ओर रहती है। | इसकी प्रकृति कमी या व्रद्धि दोनों में से किसी भी ओर हो सकती है । |
5 | उत्पत्ति | मूल्यह्रास केवल स्थायी संपातियों पर उदित होता है। | उच्चावचन स्थायी एवं अस्थायी दोनों ही प्रकार की संपातियों पर उदित होता है। |
6 | कार्यक्षमता | ह्रास के कारण स्थायी संपत्ति की कार्यक्षमता और मूल्य कम हो जाती है। | इससे कार्यक्षमता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। |
7 | स्वभाव | ह्रास या मूल्य में कमी धीरे-धीरे होती है। | उच्चावचन आकस्मिक होता है। |
8 | लेखा करना | इसका लेखा करना कानूनन अनिवार्य है। | उच्चावचन का लेख करना कानूनन अनिवार्य नहीं है। |
Conclusion
नमस्कार दोस्तो उम्मीद करता हु। की आप को मेरा लेख बहुत पसंद आया होगा। जिसमें मेने आप को बहुत ही आसान भाषा मे बताया कि मूल्यह्रास और उच्चावचन मे अन्तर क्या है। Difference between Depriciation and Fluctuation दोस्तों यदि आप को इस लेख में किसी बात को समझने मे परेशानी होती है। तो आप मुझे Comment Box मे पूछ सकते हैं।
धन्यवाद………
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हेलो दोस्तो, मेरा नाम विकास जरीवाला है। और मै एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट हु। दोस्तो इस ब्लॉग पर मे Accounting, Tally Prime, Technology और Commerce Stream से जुड़े लेख लिखता हू।