नमस्कार दोस्तो इस पोस्ट मे आज हम साधारण बीजक और सूचनार्थ बीजक मे अंतर ज्ञात करने वाले है। क्योकि दोनों ही बीजको का संबंध माल (Goods) के क्रय-विक्रय से होता है। परंतु दोनों का उद्देश्य अलग-अलग होता है। और बहुत से छात्र इन दोनों मे अंतर नही कर पाते है। तथा परीक्षा मे गलती कर देते है। इसलिए दोस्तो इस पोस्ट मे आज हम इन दोनों के बीज कुछ खास अंतर को जानने वाले है।
दोस्तो आज के इस दैनिक जीवन मे हमारा कभी ना कभी बीजक (Invoice) से पाला तो पड़ता ही है। जैसे यदि हम बाजार मे शॉपिंग करने जाते है। तो हमे पेमेंट करने के बाद एक बिल (Invoice) प्राप्त होता है। परंतु हम यह नही जानते है। की यह बिल कौन से प्रकार का है। साधारण बीजक है। या सूचनार्थ बीजक।
इसलिए दोस्तो आज हम साधारण बीजक और सूचनार्थ बीजक मे अंतर पता करने वाले है। परंतु उससे पहले हम इन दोनों को संक्षिप्त रूप मे समझ लेते है।
मूल प्रलेख (Source Documents) क्या है। तथा इसके लाभ या महत्व।
साधारण बीजक क्या है। तथा इसका उदाहरण।
साधारण बीजक वह बीजक होता है। जो विक्रेता माल बेचने के बाद अपने क्रेता को देता है। जिसमे कुल भुगतान की राशि लिखी होती है। इस बीजक को पक्का बीजक भी कहा जाता है।
उदाहरण :- यदि हम बाजार से कोई वस्तु खरीदते है। तो दुकानदार हमे जो बिल बना कर देता है। उसे पक्का बीजक या साधारण बीजक कहते है।
सूचनार्थ बीजक क्या है। तथा इसका उदाहरण।
साधारण बीजक वह बीजक होता है। जो विक्रेता अपने भावी क्रेता या अपने दलाल (Agent) को माल की अनुमानित जानकारी देने के लिए बनाता है। जिसमे सभी जानकारी अनुमानित या अंदाजन होती है। इस बीजक को कच्चा बीजक, अनुमानित बीजक या सूचनार्थ बीजक के नाम से भी जाना जाता है।
उदाहरण :- यदि कोई क्रेता माल ही केवल जानकारी प्राप्त करना चाहता है। जैसे – माल की दर, माल की किस्म, माल का विवरण आदि जानकारी प्राप्त करना चाहता है। तो वह अपने विक्रेता या एजेंट को बोल सकता है। की मुझे माल का एक सूचनार्थ बीजक बना कर भिजवाए।
साधारण बीजक एव सूचनार्थ बीजक मे अन्तर।
1. साधारण बीजक में माल के खरीदने (Purchase) के संबंध में नियम एवं शर्ते होती है जबकि सूचनार्थ बीजक में माल के बेचने (Sales) से संबंधित नियम एवं शर्ते होती है
2. साधारण बीजक विक्रेता द्वारा अपने क्रेता को भेजा जाता है। जबकि सूचनार्थ बीजक विक्रेता द्वारा अपने एजेंट या खास क्रेता को भेजा जाता है।
3. साधारण बीजक बनाने का उद्देश्य क्रेता को माल से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध कराना होता है। जबकि सूचनार्थ बीजक का उद्देश्य क्रेता अथवा एजेंट को माल से संबन्धित अनुमानित जानकारी देना होता है।
4. यह माल के विक्रय के पश्चात बनाया जाता है। जबकि सूचनार्थ बीजक माल के विक्रय से पूर्व बनाया जाता है।
5. किसी भी प्रकार के विवाद की स्थिति मे साधारण बीजक को न्यायलय मे साक्ष्य (Evidence) के रूप मे प्रस्तुत किया जा सकता है। जबकि इसे साक्ष्य (Evidence) नही माना जाता है। क्योकि इसमे केवल अनुमानित जानकारी होती है।
6. यह माल के क्रय-विक्रय का एक पक्का प्रमाण होता है। जबकि यह माल से क्रय-विक्रय का पक्का प्रमाण नही होता है।
7. साधारण बीजक मे दिखाये जाने वाले सभी व्यय और छूट वास्तविक होते है। जबकि इसमे दिखाये जाने वाले सभी व्यय और छूट अनुमानित होते है।
8. इसमे विक्रेता के हस्ताक्षर और सील होती है। जबकि इसमे कोई हस्ताक्षर और सील नही होती है।
9. इसके शीर्षक मे “बीजक (Invoice)” शब्द का प्रयोग किया जाता है। जबकि इसके शीर्षक मे “सूचनार्थ बीजक” शब्द का प्रयोग किया जाता है।
10. साधारण बीजक की प्रविष्टि लेखा पुस्तकों मे की जाती है। जबकि इसकी कोई प्रविष्टि नही की जाती है।
नमस्कार दोस्तो आशा करता हु। की आप को मेरा पोस्ट बहुत पसंद आया होगा। जिसमे मैंने आप को बहुत ही आसान शब्दो मे बताया की साधारण बीजक एव सूचनार्थ बीजक मे अंतर क्या है। दोस्तो यदि आप को पोस्ट मे किसी बात को समझने मे परेशानी होती है। तो आप मुझे Comment Box मे पूछ सकते है। और दोस्तो यदि आप को पोस्ट अच्छा लगे तो इसे अपने आस-पड़ोस, दोस्तो मे, Whatsup Group आदि मे Share जरूर करे। ताकि उन्हे भी Accounting से संबन्धित नई-नई जानकारी मिलती रहे।
धन्यवाद…….
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हेलो दोस्तो, मेरा नाम विकास जरीवाला है। और मै एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट हु। दोस्तो इस ब्लॉग पर मे Accounting, Tally Prime, Technology और Commerce Stream से जुड़े लेख लिखता हू।