Tally Prime F11 Features in Hindi

नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट में आज हम Tally Prime F11 Features in Hindi के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। दोस्तों आप ने अभी तक Tally Prime को सिंपल मोड पर यूज़ किया होगा। पर में आज आप को Tally Prime के कुछ ऐसे Features दिखाने वाला हु। जो आप को एक Tally एक्सपर्ट तथा प्रोफेशनल Accountant बना देंगे। दोस्तों जिस प्रकार हमारे Mobile में बहुत से Advance Features होते है। और उनका उपयोग करने के लिए हमें सेटिंग में जा कर उन्हें ON करना होता है। उसी प्रकार Tally Prime में भी बहुत से Advance Features होते है। बस उन्हें हमें सही तरीके से लागू करना होता है। तभी वह कार्य करते है। और आज इस पोस्ट में हम उन्ही Features को संक्षिप्त रूप से समझने वाले है। तो चलिये दोस्तो देखते है की – F11 Features in Tally Prime in Hindi, F11 features Configuration in Tally Prime 

Tally Prime मे Purchase Entry कैसे करे।

Tally Prime के सभी Advance Features कैसे देखे।

Step 1. :- सबसे पहले हमें Tally Prime को Open करना है।

Step 2. :- अब हमें Tally Prime की Gateway of Tally की स्क्रीन पर Keybord से F11 Key प्रेस करना है।

अब हमारे सामने Tally Prime के सभी Advance Features की विंडो Open होगी। जिन्हे हम संक्षिप्त रूप में समझगे।

Tally Prime F11 Features in Hindi

Show more features :- Tally Prime के सभी Advance Features देखने के लिए इस ऑप्शन को Yes करेगे।

Show all features :- इस ऑप्शन को भी हम Yes करेगे। 

Tally Prime क्या है। Tally Prime के New Features क्या है।

Accounting

Enable Bill-wise entry :-

यदि आप किसी Party के लेन-देन (Transition) को Bill To Bill रिकार्ड करना चाहते हैं। तो आप को इसे Yes करना है।

जैसे :- रमेश को Goods Sale किया। और जब रमेश हमे Payment करेगा तो Tally मे हमसे पूछा जायगा की Payment किस Bill के तहत आया है।

Enable Cost Centres :-

यदि आप की Company की 2 या 2 से अधिक ब्रांच है। तो आप Cost Center के द्वारा आसानी से अलग-अलग ब्रांच के Income, Expenses आदि को ज्ञात कर सकते हैं।

Enable Interest Calculation :-

यदि आप किसी खाते (Ledger) पर ब्याज (Interest) की गणना करना चाहते हैं। तो आप को इस ऑप्शन को Yes करना है।

जैसे :- यदि हमने रमेश से कोई Loan ले रखा है। और उसे हमे Loan पर Interest देना है। तो हम Tally मे बहुत ही आसनी से Day to Day Interest Calculation कर सकते हैं।

Inventory

Maintain inventory :-

यदि आप अपनी Company मे Stock Maintion करना चाहते हैं। अर्थात हमने कितना माल खरीदा, कितना माल बेचा है। तथा कितना माल बचा है। आदि जानकारी रखना चाहते हैं। तो इस ऑप्शन को Yes करना है।

integrate Accounts with Inventory :-

इस ऑप्शन को भी Yes रखना है। ताकी हम Tally मे Stock Maintion कर सके।

Enable multiple price levels :-

यदि आप अपनी Company मे सभी प्रकार की वस्तुओ के लिए एक Multiple Price Level Set करना चाहते हैं। जिससे कि Goods Sale करते समय वस्तु की Rate अपने आप Fill up हो जाए तो इस ऑप्शन को Yes करना है।

Enable Batches :-

यदि आप की Company मे किसी ऐसी वस्तु की खरीदी और बिक्री की जाती है। जो Batches No. पर आधारित है। और जिसकी Expire Date होती है।जैसे – दवाई, भोजन सामाग्री आदि। तो इस ऑप्शन को Yes करना है।

Maintain Expire Date for Batches :-

Enable Batches ऑप्शन को Yes करने के बाद हमारे सामने एक और ऑप्शन Maintain Expire Date for Batches का आता है। जिसको Yes करने के बाद हम वस्तुओं की Expire Date को Set कर सकते हैं। तथा आसानी से ज्ञात कर सकते हैं। की हमारी Company मे कौन-कौन सी वस्तुए Expire होने वाली है।

Enable Job Order Processing :-

यदि हमारी Company का आकार बड़ा है। जिसमें माल खरीदने और बेचने से पहले Order दिया जाता है। तो ऐसी स्थिति में हम Job order Processing ऑप्शन को Yes करेगे।

Enable Cost Tracking :-

यदि आप किसी वस्तु के स्टॉक पर लगने वाली लागत (Cost) को ज्ञात करना चाहते है। तो आप को इस ऑप्शन को Yes करना है।

Enable Job Costing :-

यदि हमारी Company किसी Project पर कार्य कर रहीं हैं। और हम उस Project पर लगने वाले Matiriyal की Costing को ज्ञात करना चाहते है। तो य़ह कार्य हम Job Costing के द्वारा कर सकते हैं।

Use Discount column in invoices :-

इस ऑप्शन के द्वारा हम Sale Voucher और Purchase Voucher मे Entry करते समय Voucher मे Discount का कॉलम Add कर सकते हैं।

Use separate Actual and Billed Quantity columns in invoices :-

इस ऑप्शन का उपयोग तब किया जाता है। जब हम Sale Bill बनाते समय कोई वस्तु अतिरिक्त या offer मे दे रहे होते हैं। जैसे – 1 साबुन पर 1 साबुन Free, ऐसी स्थिति में हम रुपये तो 1 साबुन के ले रहे हैं। परन्तु 2 साबुन बेच रहे हैं। जिससे हमारे स्टॉक में फर्क़ आ सकता है। इसलिए हम इस ऑप्शन की मदद से Bill मे Actual and Billed Quantity columns को Add कर सकते हैं।

Tally Prime मे GST Classifications Activate कैसे करे।

Taxation

Enable Goods and services Tax (GST) :-

Company मे GST को लागू करने के लिए हमे इस ऑप्शन को Yes करना है। जिससे हमारी Company मे GST से संबंधित सभी ऑप्शन चालू हो जायगे।

Enable Tax Deducted at Source(TDS) :-

यदि हमारी Company पर TDS Payable की Liability है। तो हम इस ऑप्शन को Yes करेगे। तथा Company का TAN No., PAN No. आदि जानकारी Fill up करेगे।

Enable Tax Collected at Source (TCS) :-

यदि हमारी Company पर TCS Payable की Liability है। तो हम इस ऑप्शन को Yes करेगे।

Enable Value Added Tax(VAT) :-

यदि हमारी Company पर VAT Applicable होता है। तो इस ऑप्शन को Yes करने के बाद VAT से संबंधित जानकारी Set up करेगे।

Enable Service Tax :-

इस ऑप्शन मे हमे Company का Service Tax No. Fill up करना है।

Tally Prime में Sale Bill का Print कैसे निकाले।

Online Access

Enable Browser Access for Reports :-

इस ऑप्शन की मदद से आप Tally को किसी भी PC, Laptop और Mobile मे आसानी से Access कर सकते है। अर्थात आप अपने Data को किसी डिवाइस मे Open कर सकते है। जिसके लिए आप को अपनी Tally की Id और Password का पता होना चाहिए। 

Enable Tally.NET Services for Remote Access & Synchronization :-

इस ऑप्शन की मदद से आप अपनी Tally को किसी दूसरे के PC मे Remote की तरह Access कर सकते है। जिसके लिए आप को अपनी Tally की Id और Password का पता होना चाहिए। 

Payroll

Maintain Payroll :-

यदि आप की Company मे बहुत सारे लोग एक साथ कार्य करते हैं। तो आप Pay Roll ऑप्शन की मदद से उनकी अटेंडेंस, पगार आदि को Maintain कर सकते हैं।

Enable Payroll statutory :-

Payroll से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी Fill up करने के लिए इस ऑप्शन को Yes करना है। जैसे – Provident Fund, Employee State Insurance, National Pension Scheme, Income Tax आदि।

Others

Enable multiple addresses :-

यदि आप किसी Ledger के Adress या Mail Adress को Add करना चाहते है। तो आप इस ऑप्शन की मदद से Add कर सकते है। 

Mark modified vouchers :-

इस ऑप्शन के द्वारा हम Tally मे Change किए Voucher को Mark कर सकते है। इस ऑप्शन का प्रयोग तब किया जाता है। जब हम Data Audit के लिए देते है। या किसी के साथ Share करते है। तो हमे डर रहता है। की Data मे किसी प्रकार का बदलाव ना हो जाए। इसलिए Mark modified vouchers को Yes कर दिया जाता है। जिससे की हम आसानी से बदलाव की गयी Entrys को देख सके। 

Conclusion

नमस्कार दोस्तो उम्मीद करता हु। की आप को मेरा लेख बहुत पसंद आया होगा। जिसमें मेने आप को बहुत ही आसान भाषा मे बताया कि Tally Prime मे F11 Features in Hindi क्या है। दोस्तों यदि आप को इस लेख में किसी बात को समझने मे परेशानी होती है। तो आप मुझे Comment Box मे पूछ सकते हैं। तथा इस लेख को Social Network जैसे – WhatsApp, Instagram, Facebook, Twitter आदि के माध्यम से Share जरूर करे। ताकी अन्य लोगों को भी Accounting से संबधित सभी प्रकार की जानकारी मिलती रहे।

धन्यवाद……..

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