नमस्कार दोस्तो इस पोस्ट मे आज हम सीखेगे की खाता बही क्या है। खाता बही की विशेषताए, लाभ, उद्देश्य, महत्व, प्रारूप, नियम क्या है। दोस्तो यदि आप एक कॉमर्स के Student है। या Accountant बनने की तैयारी कर रहे है। तो ये पोस्ट आप के लिए बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है। क्योकि इन पोस्ट मे मैंने आप को खाता बही के बारे मे विस्तृत रूप से समझाया है। जिसे पढ़ कर आप आसानी से Accounting का कार्य कर सकते है। तथा किसी भी व्यवसाय के Final Account को आसानी से समझ सकते है। तो चलिये दोस्तो पोस्ट की शुरुआत खाता बही का अर्थ क्या है। से करते है।
खाता बही क्या है।
खाता बही (Ledgers) दोहरा लेखा प्रणाली की एक प्रधान पुस्तक होती है। जिसमे व्यापारी के सभी खाते रखे जाते है। खाता बही मे लेखे करनी की सुविधा के लिए एक जर्नल बही रखी जाती है। जिसमे प्रत्येक सोदे के लेन-देन को तिथिवार एव विवरण के साथ लिखा जाता है। रोजनामचा (Journal) मे जो भी प्रविष्टि की जाती है। उसका लेखा खाता बही मे किया जाता है।
जर्नल बही मे सभी सोदों को एक साथ लिखा जाता है। जिस कारण किसी एक खाते की पूर्ण जानकारी एक साथ प्राप्त नही होती है। जबकि खाता-बही मे एक खाते से संबन्धित सभी जर्नल प्रविष्टि (Journal Entry) एक पेज पर लिखी जाती है। जिससे एक खाते का बैलेन्स का पता लगाना आसान हो जाता है। तथा खाता बही के अंतिम शेषों (Closing Balance) से ही अंतिम खाते (Final Account) तैयार किए जाते है।
खाताबही का अर्थ – खाताबाही से आशय उस बही से होता है। जिसमे जर्नल मे लिखे जाने वाले एक व्यवहार से संबन्धित सभी खातो को एक जगह लिखा जाता है। और जर्नल से खाताबही मे लेखे करने की प्रक्रिया को खतोनि (Posting) करना कहते है। खाता बही (Ledgers) के खातो की संख्या व्यवसाय के Turnover पर निर्धारित होती है। यदि देखा जाए तो जीतने खाते जर्नल मे खोले जाते है। उतने की खाते खाता बही (Ledgers) मे खोले जाते है। खाता बही मे प्रत्येक खाते के दो पक्ष (Two Side) होते है। एक Debit पक्ष और एक Credit पक्ष। जिसमे जर्नल के व्यवहार के अनुसार खतोनि की जाती है।
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खाताबही के लक्षण एव विशेषताए क्या है।
खाता बही की विशेषताए निम्नलिखित होती है।
1. खाताबही मे जो भी लेखा किया जाता है। वह रोजनामचा (Journal) या सहायक बही से किया जाता है।
2. खाताबही किसी व्यवसाय की प्रधान पुस्तक होती है।
3. इसमे प्रत्येक सोदों को वर्गीकृत करके लिखा जाता है।
4. खाताबही मे किसी भी सोदे को Datewise (तिथिवार) लिखा जाता है।
5. खाताबही मे प्रत्येक पेज पर पेज संख्या लिखी होती है। जिससे आसानी से पता चल जाता है। की किसी व्यक्ति का खाता किस पेज पर है।
6. खाताबही मे खाते के दो पक्ष होते है। नाम पक्ष और जमा पक्ष (Debit और Credit)
7. खाताबही मे किसी भी खाते को उसके व्यवहार के अनुसार उसके नाम से खोला जाता है।
8. खाताबही मे प्रत्येक खाते का अंतिम शेष (Closing Balance) निकाला जाता है। जिसके आधार पर अंतिम खाते (Final Account) तैयार किए जाते है।
9. इसे एक निर्धारित Format (प्रारूप) मे बनाया जाता है।
10. खाताबही मे लेनदेन संक्षिप्त रूप मे लिखे जाते है।
खाता बही का महत्व, उपयोगिता, लाभ, आवश्यकता, उद्देश्य क्या है।
(Importance, Advantage, Necessity or Utility of Ledger)
1. गणितीय शुद्घता की जाँच सम्भव
खाता बही के आधार पर तलपट बनाया जाता है। यदि खाता बही मे कोई गलती होती है। तो उसे तलपट बनाते समय पकड़ लिया जाता है। और उसमें सुधार किया जाता है।
2. शीघ्र सूचना का पता चलना
जर्नल से खाता बही मे एक खाते के सभी लेखे एक जगह लिखे जाते हैं। जिस कारण एक खाते की सभी जानकारी एक ही जगह पर मिल जाती है। जिस कारण व्यापारी के समय और मेहनत दोनों की बचत होती है।
3. आय व खर्च का ज्ञान
खाता बही मे आय और व्यय के खाते भी अलग-अलग खोले जाते हैं। जिस कारण व्यापारी को अपने विभिन्न खर्चो की जानकारी आसानी हो जाती है। जिसके आधार पर व्यापारी अपने अनावश्यक खर्चो को कम कर सकता है। तथा आय के विभिन्न साधनो को खोज सकता है।
4. देनदारो और लेनदारों की सूचना
खाता बही से हमे य़ह जानकारी प्राप्त हो जाती है। की व्यवसाय व्यवसाय मे देनदार (Debtor) और लेनदार (Creditor) की क्या स्थिति है। अर्थात हमे किन ग्राहको रुपया से लेना है। तथा किन ग्राहको को रुपया देना है।
5. सम्पत्ति और दायित्व का ज्ञान
खाता बही मे प्रत्येक खाते का एक अलग खाता खोला जाता है। जिससे हम व्यवसाय की सम्पत्ति और दायित्व का हिसाब भी लंबे समय तक रख सकते हैं।
6. पृथक खाते की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त होना
Journal Register मे सभी सौदो का लेखा एक साथ किया जाता है। यदि हमे किसी खाते की एक जानकारी प्राप्त करना होती है। तो वह हमे खाता बही से प्राप्त हो जाती है।
7. लाभ-हानि की जानकारी प्राप्त होना।
व्यवसाय मे अंतिम खाते (Final Account) खाता बही के शेष के आधार पर तैयार किये जाते हैं। जिससे व्यापारी को अपने व्यापारिक परिणाम का ज्ञान हो जाता है। की किसी निश्चित समय मे लाभ हो रहा है या हानि
8. न्यायालय में साक्ष्य के रूप मे सहायक
यदि व्यापार मे किसी प्रकार का विवाद होता है। तो खाता बही को न्यायालय में सबूत के तोर पर प्रस्तुत किया जा सकता है।
9. व्यवसाय की आर्थिक स्थिति का ज्ञान होना
व्यवसाय की आर्थिक स्थिति को ज्ञात करने के लिए व्यापार खाता, लाभ-हानि खाता, आर्थिक चिट्ठा आदि खाता बही की सहायता से ही बनाया जाता है।
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खाता बही में कितने खाने होते हैं?
खाता बही मे आठ खाने होते हैं। 4 खाने बाए पक्ष में तथा 4 खाने दाए पक्ष मे होते हैं। बाया पक्ष Debit तथा दाया पक्ष Credit पक्ष कहलाता है। खाता बही एक रजिस्टर की तरह होती है। जिसमें प्रत्येक खाते के लिए एक अलग पृष्ठ रखा जाता है।
खाता बही का प्रारूप (Ledger Format)
खाता बही लिखने का तरीका
Journal से Ledger मे Posting करने के नियम
1. पोस्टिंग का आधार
खतौनी हमेशा Journal या सहायक बही के आधार पर की जानी चाहिए।
2. अलग-अलग खाते खोलना।
खाता बही मे खतौनी (Posting) करते समय ध्यान रखना चाहिए कि एक खाता एक ही बार खोलना चाहिए। तथा एक खाते की सभी लेखे एक ही जगह लिखना चाहिए।
3. प्रभावित पक्ष मे खतोनि करना।
Journal मे जो खाता प्रभावित हुआ है। उस खाते के उसी पक्ष मे Posting (खतोनि) करना चाहिए। तथा खाता बही के विवरण मे Journal Entry के दूसरे खाते का नाम लिखना चाहिए।
4. संबन्धित खाते का नाम।
खाता बही के जिस खाते (Ledger) की खतोनि की जाती है। उस खाते मे उसी का नाम नही लिखा जाता है। जैसे – राम के खाते मे राम का नाम नही लिखा जायगा।
5. से (To) और को (By) शब्दो का प्रयोग।
खाता बही के Debit पक्ष मे से (To) शब्द एव Credit पक्ष मे लेखा करते समय को (By) शब्द का प्रयोग किया जाता है।
खाता बही के उदाहरण क्या हैं?
निम्नलिखित व्यवहारों को नमन की पुस्तक में नकल प्रविष्टिया कीजिये , खातो में खताइये तथा शेष निकालिये
Journalise the following transaction in the Book of Naman and Post them in to Ledger and Balance them
1 अगस्त 2023 – नगद 300000 रु. एवं 300000 रु. के माल से व्यापार आरंभ किया।
( Started business with cash rs. 250000 and goods worth rs. 150000 )
2 अगस्त 2023 – माल खरीदा (Purchase goods) 30000 रु
3 अगस्त 2023 – सोहन को माल बेचा (Sold goods to Sohan) 10000 रु
4 अगस्त 2023 – नगद बिक्री (Cash Sales) 25000 रु
5 अगस्त 2023 – सोहन से प्राप्त हुआ (Received from Anik) 5000 रु
6 अगस्त 2023 – बैंक में जमा किये (Deposited in to Bank) 7000 रु
7 अगस्त 2023 – वेतन चुकाया (Paid Salary) 11000 रु
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Date | Particular | L/F | Debit Amount | Credit Amount |
1-8-2023 | Cash A/c Dr. | 300000 | ||
Stock A/C Dr. | 300000 | |||
To Capital A/c | 600000 | |||
(Started business with cash and goods) | ||||
2-8-2023 | Purchases A/c Dr. | 30000 | ||
To Cash | 30000 | |||
(Bought goods for Cash) | ||||
3-8-2023 | Sohan Dr. | 10000 | ||
To Sales A/c | 10000 | |||
(Sold goods on credit) | ||||
4-8-2023 | Cash A/c Dr. | 25000 | ||
To Sales A/c | 25000 | |||
(Sold goods for cash) | ||||
5-8-2023 | Cash A/C Dr. | 5000 | ||
To Sohan | 5000 | |||
(Cash received) | ||||
6-8-2023 | Bank A/C Dr. | 7000 | ||
To Cash A/c | 7000 | |||
(Cash deposited into bank) | ||||
7-8-2023 | Salary A/C Dr. | 11000 | ||
To Cash A/C | 11000 | |||
(Paid salary) |
अब हम Journal से Ledger मे Posting करना सीखते है।
Conclusion
नमस्कार दोस्तो उम्मीद करता हु। की आप को मेरा लेख बहुत पसंद आया होगा। जिसमें मेने आप को बहुत ही आसान भाषा मे बताया कि खाता बही क्या है। खाता बही की विशेषताए, लाभ, उद्देश्य, महत्व, प्रारूप, नियम क्या है। दोस्तों यदि आप को इस लेख में किसी बात को समझने मे परेशानी होती है। तो आप मुझे Comment Box मे पूछ सकते हैं।
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हेलो दोस्तो, मेरा नाम विकास जरीवाला है। और मै एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट हु। दोस्तो इस ब्लॉग पर मे Accounting, Tally Prime, Technology और Commerce Stream से जुड़े लेख लिखता हू।