नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट में हम सहायक बहियो से व्यापारी को होने वाले लाभ के बारे में चर्चा करेंगे। दोस्तों जैसा की हम सभी जानते है। की जर्नल का उप-विभाजन करके एक ही प्रकृति के सौदों को एक अलग बही में लिखा जाता है। जिसे सहायक बही कहते है। जैसे – माल क्रय के अभी सौदों को क्रय बही में लिखा जाता है।
इस प्रकार अलग-अलग बहिया रखने से व्यापारी अपने व्यापार को बहुत ही सुचारु रूप से चला सकता है। तथा अपने व्यापार को और अधिक व्यापक कर सकता है। तो चलिए दोस्तों इस पोस्ट में हम सहायक बहियो के लाभ के बारे में जानते है।
सहायक बही क्या है। सहायक बही के प्रकार।
सहायक बहियो के लाभ। |
सहायक बाहिया रखने से होने वाले लाभ।
1. सहायक बहिया रखने से व्यापारी के समय और श्रम दोनों की बचत होती है। क्योकि प्रत्येक बही के लेखांकन के लिए एक अलग कर्मचारी रखा जाता है। जिससे खाता बही में खतौनी करने में कम समय लगता है। तथा व्यापारी किसी भी समय किसी भी बही का शेष देख सकता है।
2. सहायक बहिया रखने से अलग-अलग कर्मचारी को एक-एक बही लिखने के लिए दी जाती है। जिससे भूल – चूक होने की सम्भावना कम हो जाती है। यदि किसी प्रकार की गलती होती भी है। तो इसके लिए उस बही को लिखने वाले कर्मचारी को उत्तरदायी ठहराया जा सकता है।
3. सहायक बहिया रखने से अलग-अलग कर्मचारियों को अलग-अलग बहिया लिखने के लिए सौंपी जाती है। जिससे वह एक ही कार्य में कुशलता प्राप्त कर लेता है। जिससे वह व्यापार के एक विभाग का कार्य सुचारु रूप से करता है।
क्रय बही क्या है। क्रय बही का प्रारूप।
4. एक प्रकार के लेन-देंन के लिए एक बही रखने से उस बही में लेन-देंन का विस्तृत विवरण लिखा जा सकता है। जिससे भविष्य में होने वाले विवादों से निपटा जा सकता है।
5. सहायक बहिया रखने से व्यापारी किसी भी समय किसी भी बही की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकता है। जैसे – आज कितना माल बेचा है। कितना माल ख़रीदा है। आदि जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकता है।
6. विभिन्न प्रकार के सौदो के लिए विभिन्न प्रकार की बहिया रखने से बहियो का आकार व वजन कम हो जाता है। जिससे इन सभी बहियो को आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है।
विक्रय बही क्या है। विक्रय बही का प्रारूप।
7. यदि किसी कारण से कोई बही खराब या गुम भी हो जाती है। तो नुकसान केवल एक ही बही का होता है। तथा उस बही को आसानी से तैयार भी किया जा सकता है।
8. यदि किसी प्रकार की गलती हो जाती है। तो सभी बहियो में गलती ढूंढ़ने की आवश्यकता नहीं होती है। केवल उसी बही को देखा जाता है। जिस बही से सम्बंधित गलती है।
9. सहायक बहिया रखने से खाता बही में खतौनी करने में सुविधा हो जाती है।
10. सहायक बहिया रखने से विभिन्न प्रकार के करो का निर्धारण करने में सुविधा हो जाती है। जैसे – विक्रय कर के लिए केवल विक्रय बही को ही देखा जायगा।
नमस्कार दोस्तों उम्मीद करता हु। की आप को मेरा पोस्ट बहुत पसंद आया होगा। यदि आप का पोस्ट से सम्बंधित कोई प्रश्न है। तो आप मुझे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है। यदि आप इसी तरह Accounting से सम्बंधित पोस्ट निरंतर प्राप्त करना चाहते है। तो आप मेरे ब्लॉग को फॉलो जरूर करे।
धन्यवाद…….
क्रय वापसी बही क्या है। क्रय वापसी बही का प्रारूप।
विक्रय वापसी बही क्या है। विक्रय वापसी बही का प्रारूप।
Balance Sheet क्या है। Balance Sheet कैसे बनाते है।
Tally Prime क्या है। Tally Prime को Dowmload और Install कैसे करे।
हेलो दोस्तो, मेरा नाम विकास जरीवाला है। और मै एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट हु। दोस्तो इस ब्लॉग पर मे Accounting, Tally Prime, Technology और Commerce Stream से जुड़े लेख लिखता हू।