दोस्तों आज हम रोजनामचा (journal) के बारे मे बात करेगे की रोजनामचा (journal) क्या होता है तथा इसका प्रारूप क्या होता है। और रोजनामचा (journal) केसे लिखा जाता है।
रोजनामचा (journal) दो शब्दों से मिलकर बना है।
रोज + नामचा
रोज का अर्थ होता है। प्रतिदिन
और नामचा का अर्थ होता है। लिखना
अर्थात व्यवसाय में होने वाले प्रतिदिन लेन – देनों हो तिथि, विवरण के साथ नियमानुसार लिखा जाना ही रोजनामचा (journal) कहलाता है।
रोजनामचा (journal) में व्यवसायी दिनभर मे होने वाले लेन देन को तिथि के अनुसार लिखता है। फिर रोजनामचा (journal) से अपने – अपने ledgers मे posting करता है ।
पुराने जमाने में रोजनामचा (journal) लिखने का कोई खास तरीका नहीं था। व्यवसायी अपने हिसाब से रोजनामचा (journal) बनाता था। परंतु सन 1994 मे दोहरा लेखा प्रणाली (Double Entry system) का अविष्कार इटली के सुप्रसिद्ध विद्वान् ल्यूक्स पेसियोली ने किया। इन्होंने रोजनामचा (journal) लिखने का ऐसा खास तरीका दिया। जिसमें व्यवसायिक घटनाओं को दो अलग – अलग स्थान पर लिखा जाता है। ये स्थान डेबिट (Debit) और (credit) है।
रोजनामचा (journal) का प्रारूप :-
रोजनामचा (journal) में 5 खाने होते हैं।
1. तिथि (Date)
2. विवरण (Particular)
3. खाता संख्या (Ledger Folio)
4. डेबिट राशि (Debit amount)
5. क्रेडिट राशि (Credit amount)
1. तिथि (Date) :- रोजनामचा (journal) का सबसे पहला खाना तिथि का होता है। इस खाने मे व्यवसाय मे होने वाले लेन – देन की तिथि लिखी जाती है।
2. विवरण (Particular) :- रोजनामचा (journal) का दूसरा खाना विवरण का होता है। इस खाने मे व्यवसाय मे घटित घटनाओ की प्रविष्टि की जाती है। पहली लाइन मे डेबिट होने वाले खाते को लिखा जाता है। तथा दूसरी लाइन मे क्रेडिट होने वाले खाते को लिखा जाता है।
3.खाता संख्या (Ledger Folio) :- रोजनामचा (journal) का तीसरा खाना खाता संख्या का होता है। जो बहुत ही छोटा होता है। जिसे संक्षिप्त मे L.F. लिखा जाता है। इस खाने मे वो पृष्ठ संख्या लिखी जाती है। जिस खाते को उस पृष्ठ संख्या पर खातीयाया जाता है।
4.डेबिट राशि (Debit amount) :- रोजनामचा (journal) का चतुर्थ खाना डेबिट राशि का होता है। विवरण खाने मे जिस खाते को डेबिट किया जाता है। उस खाते की राशि को डेबिट राशि (Debit amount) वाले खाने मे लिखा जाता है।
5. क्रेडिट राशि (Credit amount) :- रोजनामचा (journal) का पांचवां खाना क्रेडिट राशि का होता है। विवरण खाने मे जिस खाते को क्रेडिट किया जाता है। उस खाते की राशि को क्रेडिट राशि (credit amount) वाले खाने मे लिखा जाता है।
रोजनामचा (journal) कैसे लिखे :-
दोस्तों रोजनामचा (journal) लिखना बहुत ही आसान है। य़ह accounting का पहला पड़ाव होता है। रोजनामचा (journal) लिखने से पहले आप को Accounting के Golden Rules याद करना होगे। तथा य़ह ध्यान करना होगा, की Rules के हिसाब से कौन सा खाता Dr. होगा और कौन सा खाता Cr. होगा।
नमस्कार दोस्तों मेरा नाम विकास जरीवाला है। और Accounting सीखें हिंदी में ब्लॉग में आप का स्वागत है। दोस्तों आप को इस ब्लॉग पर Accounting, Tally Prime, Tally Erp 9, Commerce Stream आदि से सम्बंधित विषयो की जानकारी हिन्दी भाषा में मिलेगी। दोस्तों मेरा लक्ष्य इस ब्लॉग के माध्यम से आप सभी को कम शब्दों में ज्यादा ज्ञान उपलब्ध करना है। और इसके लिए में हमेशा नई – नई जानकारी अपडेट करता रहता हु। इसलिए आप मेरे ब्लॉग से हमेशा जुड़े रहे। तथा सोशल आइकॉन की मदद से ब्लॉग को शेयर जरूर करे।
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1 thought on “रोजनामचा किसे कहते हैं। रोजनामचा कैसे लिखते हैं।”