नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट मे हम आज विनिमय विपत्र (Bill of Exchange) के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्राप्त करेगे। दोस्तों आज के इस व्यापारिक युग में व्यापार करना काफी मुश्किल हो गया है। क्योंकि व्यापारी अधिक लाभ कमाना चाहता है। और इसके लिए वह व्यापार मे उधार माल विक्रय करता है। और उसे हमेशा डर बना रहता है। की कहीं उधार की राशि डूब ना जाए। इसलिए व्यापारी पहले से ही सभी तैयारी कर के रखता है। जो हम इस पोस्ट मे जानने वाले है।
विनिमय विपत्र क्या है। विनिमय विपत्र के पक्षकार। |
विनिमय विपत्र (Bill of Exchange) क्या है।
जब विक्रेता किसी क्रेता को उधार माल बेचता है। तो क्रेता माल की राशि को भविष्य में किसी तिथि को चुकाने के लिए कहता है। ऐसे मे माल का विक्रेता एक लिखित पत्र तैयार करता है। जिसमें माल के विक्रय से संबंधित सभी जानकारी लिखी होती है। जैसे :- माल की मात्रा, माल की कीमत, माल की किस्म, राशि भुगतान करने का स्थान, राशि भुगतान करने का समय, राशि प्राप्त करने वाले व्यक्ति का नाम आदि। इस लिखित पत्र पर क्रेता अपने हस्ताक्षर कर सभी शर्तों को स्वीकार करता है। तथा पत्र विक्रेता को वापिस कर देता है। इस लिखित पत्र को की व्यापारिक भाषा में विनिमय विपत्र (Bill of Exchange) कहते हैं।
यदि इसे साधारण भाषा में समझे तो उधार माल बेचने वाला व्यक्ति, उधार खरीदने वाले व्यक्ति से एक लिखित पत्र पर हस्ताक्षर करा लेता है। जिसमें माल की सभी जानकारी और बकाया राशि लौटाने का समय लिखा होता है। इसी पत्र को ही विनिमय विपत्र (Bill of Exchange) कहते हैं। प्रायः विनिमय विपत्र (Bill of Exchange) माल बेचने वाले व्यक्ति के द्वारा ही बनाया जाता है।
विनिमय विपत्र (Bill of Exchange) के पक्षकार
विनिमय विपत्र (Bill of Exchange) मे तीन पक्षकार होते हैं।
1. लेखक (Drawer)
2. स्वीकृता या स्वीकारक (Drawee)
3. प्राप्तकर्ता (Payee)
1. लेखक (Drawer)
लेखक वह व्यक्ति होता है। जो विनिमय विपत्र (Bill of Exchange) तैयार करता है। तथा उस पर अपने हस्ताक्षर करता है।
उदाहरण :- यदि A व्यक्ति किसी B व्यक्ति को माल बेचता है। तो A व्यक्ति लेखक कहलायेगा।
2. स्वीकृता या स्वीकारक (Drawee)
स्वीकृता या स्वीकारक वह व्यक्ति होता है। जो माल खरीदता है। तथा विनिमय विपत्र पर अपने हस्ताक्षर करता है।
उदाहरण :- यदि A व्यक्ति किसी B व्यक्ति को माल बेचता है। तो B व्यक्ति स्वीकृता या स्वीकारक कहलायेगा।
3. प्राप्तकर्ता (Payee)
प्राप्तकर्ता वह व्यक्ति होता है। जो Bill की राशि प्राप्त करता है। कभी-कभी विनिमय विपत्र किसी और व्यक्ति के द्वारा बनाया जाता है। तथा उसमे Bill की राशि प्राप्त करने वाले किसी अन्य व्यक्ति का नाम लिखा होता है।
उदाहरण :- यदि A व्यक्ति किसी B व्यक्ति को माल बेचता है। तो A व्यक्ति विनिमय विपत्र तैयार करते समय किसी अन्य व्यक्ति C को प्राप्तकर्ता (Payee) बना सकता है। अर्थात B व्यक्ति, C व्यक्ति को राशि का भुगतान करेगा। ना कि A व्यक्ति को।
नमस्कार दोस्तों आशा करता हु। की आप को मेरा पोस्ट बहुत पसन्द आया होगा। जिसने मेने आप को बहुत ही आसान शब्दों में बताया कि विनिमय विपत्र (Bill of Exchange) क्या है। तथा इसके कितने पक्षकार होते हैं। तो दोस्तों आप को पोस्ट कैसा लगा। मुझे कमेन्ट बॉक्स में जरूर बताए। यदि आप को पोस्ट मे किसी बात को समझने मे परेशानी होती है। तो वह भी आप मुझसे शेयर कर सकते हैं। और दोस्तों यदि आप इसी तरह Accounting से संबधित पोस्ट निरंतर प्राप्त करना चाहते हैं। तो आप Blog पर उपस्थित नोटिफिकेशन बेल पर जरूर click करे।
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हेलो दोस्तो, मेरा नाम विकास जरीवाला है। और मै एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट हु। दोस्तो इस ब्लॉग पर मे Accounting, Tally Prime, Technology और Commerce Stream से जुड़े लेख लिखता हू।