नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट मे हम उत्पादन खाता (Manufacturing Account) के बारे में विस्तार से जानेगे। क्योंकि बहुत से व्यक्ति Trading Account और Manufacturing Account को लेकर बात करते हैं। की दोनों एक ही Account है। परन्तु ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। ये दोनों खाते अलग – अलग होते हैं। और दोनों को बनाने का उद्देश्य भी अलग – अलग होता है।
उत्पादन खाता (Manufacturing Account) क्या है।
Manufacturing Account जिसे उत्पादन खाता व निर्माण खाता भी कहते है। निर्माण खाता से आशय ऐसे खाते से होता है। जो वस्तु के निर्माण की लागत को ज्ञात करने के लिए बनाया जाता है।
निर्माण खाता उन व्यापारियों द्वारा बनाया जाता है। जो कच्चे मॉल को पक्के मॉल में परिवर्तित करते है। अर्थात ये कच्चे मॉल को क्रय करते है। और Manufacturing के बाद उसे निर्मित मॉल में परिवर्तन करके बेचते है।
जैसे :- सूत से कपडा बनाना , कच्चे लोहे को पक्के लोहे में परिवर्तित करना , लकड़ी से फर्नीचर बनाना , ईट बनाना आदि।
मॉल का उत्पादन करने में बहुत से खर्च होते है। जैसे :- बिजली , गैस , पानी , मजदुर , कोयला , किराया आदि। खर्चो को निर्माण खाते (Manufacturing Account) के डेबिट पक्ष में लिखा जाता है। तथा जो मॉल निर्माण होने के पश्चात बिकता है। उसे क्रेडिट पक्ष में लिखा जाता है। तथा कच्चा मॉल व अर्ध – निर्मित मॉल को अंतिम स्कन्ध (Closing Stock) बता कर निर्माण खाते के क्रेडिट पक्ष में लिखा जाता है। निर्माण खाते (Manufacturing Account) का शेष उत्पादन की लागत कहलाता है।
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निर्माण खाते (Manufacturing Account) का उद्देश्य।
निर्माण खाता बनाने का मुख्य उद्देश्य मॉल के उत्पादन की लागत को ज्ञात करना होता है। जिससे व्यापारी आसानी से ज्ञात कर सकता है। की उसके द्वारा निर्मित मॉल की कीमत क्या होनी चाहिए। यह खाता उन व्यापारियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। जो वस्तु का उत्पादन करते है।
Manufacturing Account के लाभ।
1. निर्माण खाता बनाने से किसी व्यापारी को यह आसानी से ज्ञात हो जाता है। की किसी वस्तु के उत्पादन की लागत पर किसी प्रकार का व्यय अधिक हो रहा है। तो उसे किस प्रकार से नियंत्रित किया जा सके।
2. निर्माण खाता से किसी व्यापारी को वस्तु की उत्पादन लागत व प्रति इकाई लागत का ज्ञान आसानी से हो जाता है।
3. निर्माण खाते से व्यापारी बाजार में उपस्थित अन्य वस्तुओ की तुलना अपनी वस्तु की लागत से कर सकता है।
4. निर्माण खाते से व्यापारी को अपने कच्चे मॉल के अंतिम स्कन्ध (Closing Stock) व अर्ध – निर्मित मॉल का आसानी से ज्ञान हो जाता है।
5. निर्माण खाते से व्यापारी यह आसानी से ज्ञात कर सकता है। की वस्तु के उत्पादन में कौन – कौन से प्रत्यक्ष व्यय (Direct Expenses) लग रहे है।
निर्माण खाते (Manufacturing Account) में शामिल होने वाली मदे
अब हम यहाँ पर उन मदो को देखेंगे। जिन्हे निर्माण खाता बनाते समय डेबिट और क्रेडिट पक्ष में लिखा जाता है।
डेबिट पक्ष में शामिल होने वाली मदे।
- Opening stock
- Purchase of Raw Material
- Carriage Inward
- Purchase Returns
- Direct labour or wages
- Direct expenses
- Factory rent
- Factory overheads
- Factory insurance
- Plants repairs
- Motive power
- Manufacturing expenses
- Factory building depreciation
- Packing charges
- Factory expenses
- Royalty
क्रेडिट पक्ष में शामिल होने वाली मदे।
- Closing stock
- Sales of scrap
Manufacturing Account का प्रारूप।
उत्पादन खाता (manufacturing account) क्या है। |
Note :- निर्माण खाते से प्राप्त लागत को आगे Trading Account में ले जाया जाता है।
Conclusion
नमस्कार दोस्तों आशा करता हु। की आप को मेरा पोस्ट बहुत पसंद आया होगा। दोस्तो यदि आप के मन में Accounting से सम्बंधित कोई प्रश्न हो तो आप मुझे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है। और यदि आप इसी तरह Accounting से संबंधित पोस्ट निरंतर प्राप्त करना चाहते है। तो मुझे फॉलो करे। और पोस्ट को अपने दोस्तों में शेयर जरूर करे।
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हेलो दोस्तो, मेरा नाम विकास जरीवाला है। और मै एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट हु। दोस्तो इस ब्लॉग पर मे Accounting, Tally Prime, Technology और Commerce Stream से जुड़े लेख लिखता हू।