नमस्कार दोस्तो इस पोस्ट मे आज हम जानेगे की लेखांकन मे रोकड़ आधार और उपार्जन आधार मे अन्तर क्या है। दोस्तो लेखांकन मे जो लेखा प्रविष्टिया की जाती है। वह लेखांकन आधार पर की जाती है। जो दो प्रकार के होते है। जिसके बारे मे आज हम इस पोस्ट मे विस्तृत रूप से जानकारी प्राप्त करने वाले है। इसलिए दोस्तो आप पोस्ट को शुरू से End तक जरूर पढे।
लेखांकन (Accounting) के आधार क्या है।
लेखांकन (Accounting) मे आगम (Revenue) और लागत (Cost) की पहचान निम्नलिखित दो आधार पर की जाती है।
1. रोकड़ आधार (Cash Basic)
2. उपार्जन आधार (Accrual Basic)
1. रोकड़ आधार (Cash Basic) क्या है।
रोकड़ आधार पर उधार व्यवहारों का लेखा नहीं किया जाता है। क्योंकि इस आधार पर केवल नगद प्राप्ति (Cash Receipt) और नगद भुगतान (Cash Payment) के समय ही जर्नल प्रविष्टियां की जाती है। इस आधार का उपयोग किराया किश्त पद्धति (Hire Purchase Method) और किश्त भुगतान पद्धति (Instalment Payment Method) के सिद्धांत मे किया जाता है।
निर्धारित अवधि के कुल आगम तथा कुल व्यय का अन्तर व्यवसाय का लाभ या हानि कहलाता है। इस आधार का ज्यादातर उपयोग सरकारी लेखांकन, पेशेवर व्यक्ति, और गैर व्यापारिक संस्था द्वारा किया जाता है।
2. उपार्जन आधार (Accrual Basic) क्या है।
इसमे आय और व्यय का नगद होना अनिवार्य नहीं है। क्योंकि इस आधार पर आयो (Income) का लेखा उनके अर्जित (Accrued) होने पर एव व्ययों (Expenses) का लेखा उनके देय (Due) होने पर किया जाता है।
लेखांकन मे रोकड़ आधार और उपार्जन आधार मे अन्तर
Different between Cash Basic and Accrual Basic of Accounting
1. रोकड़ आधार मे केवल नगद व्यवहारों का लेखा किया जाता है। जबकी उपार्जन आधार मे नगद और उधार दोनों प्रकार के व्यवहारों का लेखा किया जाता है।
2. इसे कंपनी अधिनियम 2013 मे मान्य नहीं किया गया है। जबकी उपार्जन आधार को मान्य किया गया है।
3. रोकड़ आधार मे पूंजीगत (Capital) एव आयगत (Revenue) मे अन्तर नहीं किया जाता है। जबकि इसमे पूंजीगत (Capital) एव आयगत (Revenue) मे अन्तर किया जाता है।
4. इस आधार मे समायोजन पर ध्यान नहीं दिया जाता है। जबकी उपार्जन आधार मे समायोजन पर ध्यान दिया जाता है।
5. रोकड़ आधार को विश्वसनीय नहीं माना जाता है। जबकी इसे विश्वसनीय माना जाता है।
6. इसका उपयोग गैर व्यापारिक संस्था और पेशेवर व्यक्ति द्वारा किया जाता है। जबकी इसका उपयोग व्यवसायिक संस्थाओ द्वारा किया जाता है।
Conclusion
नमस्कार दोस्तो उम्मीद करता हु। की आप को मेरा लेख बहुत पसंद आया होगा। जिसमें मेने आप को बहुत ही आसान भाषा मे बताया कि लेखांकन मे रोकड़ आधार और उपार्जन आधार मे अन्तर क्या है। Different between Cash Basic and Accrual Basic of Accounting दोस्तों यदि आप को इस लेख में किसी बात को समझने मे परेशानी होती है। तो आप मुझे Comment Box मे पूछ सकते हैं।
धन्यवाद……….
इन्हे भी पढे :-
इन्हे भी पढे :-
टैलि प्राइम कैसे सीखे। | अकाउंटिंग कैसे सीखे। |
हेलो दोस्तो, मेरा नाम विकास जरीवाला है। और मै एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट हु। दोस्तो इस ब्लॉग पर मे Accounting, Tally Prime, Technology और Commerce Stream से जुड़े लेख लिखता हू।