नमस्कार दोस्तों किसी व्यवसाय के लिए लेखांकन कितना महत्वपूर्ण होता है। य़ह बात हम इस पोस्ट मे जानेगे। व्यवसाय कोई भी हो प्रत्येक व्यवसायी अपने व्यवसाय के लिए लेखांकन का कार्य तो करता है। बिना लेखांकन के कार्य करना मतलब अंधेरे में तीर चलाने से कम नहीं है। क्योंकि लेखांकन के द्वारा व्यवसायी अपने व्यवसाय के लाभ और हानि को तो ज्ञात करता ही है। अपितु लेखांकन से अन्य पक्षकारों को भी बहुत लाभ होते हैं। जैसे :- सरकार, प्रबंधक, उपभोक्ता, निवेशकों, वक़ील आदि।
तो चलिए दोस्तों अब हम जानते हैं। की लेखांकन से किस प्रकार व्यवसायी और अन्य पक्षकारों को लाभ होता है।
लेखांकन के लाभ क्या है। |
लेखांकन के लाभ
A. व्यवसायियों को लाभ
1. व्यवसाय में प्रतिदिन होने वाले लेन-देन को याद रखना एक व्यापारी के लिए बड़ी मुश्किल का कार्य होता है। इसलिए व्यापारी लेखांकन का कार्य सुचारू रूप से करता है। ताकी आवश्यकता पढ़ने पर लेन-देन का ज्ञान तुरंत हो जाए।
2. आज देश मे Tax सिस्टम में प्रतिदिन हो रहे बदलाव जैसे – GST, Income Tax आदि। के कारण व्यवसायी Tax का निर्धारण ठीक से नहीं कर पाता है। इसलिए व्यवसायी अपने अपने लेखा पुस्तकों के आधार पर Tax का निर्धारण करता है।
3. यदि व्यवसायी अपनी लेखा पुस्तकों को उचित और नियमानुसार रखता है। तो जरूरत पढ़ने पर इन्हें न्यायालय में सबूत के रूप मे प्रस्तुत कर सकता है। जैसे – यदि कोई पार्टी रुपये देने से मना करती है। तो उस पर लेखा पुस्तकों के आधार पर दावा किया जा सकता है।
4. लेखांकन का एक मुख्य लाभ य़ह होता है। की इससे व्यापारी अपने व्यापार की लाभ और हानि की स्थिति को आसानी से ज्ञात कर सकता है।
5. व्यवसायी को अपने व्यवसाय में कई व्यवसायिक निर्णय लेने होते हैं। और यदि वह लेखांकन का कार्य सही ढंग से करता है। तो वह तुरंत निर्णय ले सकता है। क्योंकि लेखांकन के अन्तर्गत व्यापार खाता, लाभ-हानि खाता, आर्थिक चिट्ठा तैयार किया जाता है।
6. लेखांकन के द्वारा व्यवसायी अपने व्यवसाय में होने वाले माल क्रय-विक्रय की जानकारी आसानी से प्रात कर सकता है। साथ ही चालू वर्ष के क्रय-विक्रय की तुलना पिछले वर्ष के क्रय-विक्रय से कर सकता है।
7. लेखांकन से व्यवसायी को ऋणो की वसूली करने मे भी सुविधा होती है। क्योंकि लेखांकन के अंतर्गत आर्थिक चिट्ठा तैयार किया जाता है। जिससे समस्त देनदारो की पूरी जानकारी प्राप्त हो जाती है।
8. लेखांकन से कर्मचारियों पर भी नियन्त्रण किया जा सकता है। अर्थात यदि लेखांकन का कार्य व्यवस्थित और तिथि अनुसार किया जाए तो व्यवसाय मे होने वाली अशुद्धि, गबन, छलकपट आदि पर नियंत्रण किया जा सकता है। तथा उचित कार्यवाही की जा सकती है।
9. आज प्रत्येक व्यवसायी अपने व्यवसाय को बढ़ाना चाहता है। और इसके लिए अत्यधिक धन की आवश्यकता होती है। ऐसे में व्यवसायी अपने खाता – पत्र, आर्थिक चिठ्ठा आदि बैंक में दिखा कर लोन ले सकता है।
B. सरकार को लाभ
1. सरकार व्यवसायी और उद्योगों से विभिन्न प्रकार के Tax वसूल करती है। जैसे :- Vat, Income Tax, Sale Tax, Advertising Tax, Manufacturing Tax, GST आदि। अतः सरकार ईन सारे Tax का निर्धारण व्यवसायी के लेखा पुस्तकों के आधार पर करती है।
2. लेखांकन के आधार पर ही सरकार उपक्रमों और उद्योगों की वित्तीय स्थिति की जानकारी प्राप्त करती है। तथा इनके भविष्य के बारे मे उचित निर्णय लेती है।
3. जब कोई कंपनी सरकार के पास लाइसेंस के लिए आवेदन करती है। तो सरकार सबसे पहले कंपनी के लेखा पत्र देखती है।तथा लेखा पत्र ठीक-ठाक होने के पश्चात ही लायसेन्स के लिए अनुमती देती है।
4. देश की प्रगति के लिए सरकार विभिन्न उद्योगों और उपक्रमों के आकडों को संकलित करती है। तथा इनका विश्लेषण कर देश की GDP का अनुमान लगाती है।
C. कर्मचारियों के लिए लाभ
1. व्यवसाय की वित्तीय स्थिति को देख कर कर्मचारी अपने बोनस, पारिश्रमिक, भत्ते आदि का अनुमान लगा सकता है। तथा अपने स्वामी को ईन सभी मे वृद्धि करने के लिए बोल सकता है।
2. बहुत से व्यवसाय ऐसे है। जहाँ पर कर्मचारियों को ESIC, PF आदि की सुविधा होती है। ऐसे में कर्मचारी लेखांकन के द्वारा इन सभी की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकता है।
D. निवेशकों को लाभ
1. किसी भी व्यवसाय में निवेश (Investment) करने से पहले निवेशक व्यवसाय की वित्तीय और आर्थिक स्थिति देखना चाहता है। इसलिए वह सबसे पहले व्यवसाय के अंतिम खाते देखता है। तथा उचित निर्णय लेता है। अतः हम कह सकते हैं की लेखांकन निवेशकों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है।
2. यदि कोई निवेशक किसी कंपनी के शेयर खरीदना चाहता है। तो वह कंपनी के लेखांकन के आधार पर एक कंपनी की दूसरी कंपनी से तुलना कर सकता है।
नमस्कार दोस्तों आशा करता हु। की आप को मेरा पोस्ट बहुत पसंद आया होगा। जिसमे मेने आप को बहुत ही आसान शब्दों में बताया की लेखांकन से किस प्रकार व्यवसायी और अन्य पक्षकारो को लाभ होता है। दोस्तों यदि आप इसी तरह Accounting से सम्बंधित पोस्ट निरंतर प्राप्त करना चाहते है। तो कृपया मेरे ब्लॉग को फॉलो जरूर करे।
धन्यवाद…….
हेलो दोस्तो, मेरा नाम विकास जरीवाला है। और मै एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट हु। दोस्तो इस ब्लॉग पर मे Accounting, Tally Prime, Technology और Commerce Stream से जुड़े लेख लिखता हू।