किसी व्यवसाय की Financial Position को ज्ञात करने के लिए तैयार किया गया। स्थिति विवरण ही Balance Sheet कहलाता है।
Balance Sheet बनाने का उद्देश केवल व्यापार की स्थिति को जाँचना होता है। इसलिए इसमे केवल Assets/सम्पत्ति और Liabilities/दायित्व वाली मदों शामिल किया जाता है।
Balance Sheet के Liabilities पक्ष में शामिल होने वाली मदे।
1. Share Capital (अंश पूँजी)
2. Reserve And Sur-Plus Income (संचित एवं आधिक्य)
3. Secured Loans (सुरक्षित ऋण)
4. Current Liabilities (चालु दायित्व)
5. Provisions ( प्रावधान)
1. Share Capital (अंश पूँजी)2. Reserve And Sur-Plus Income (संचित एवं आधिक्य)3. Secured Loans (सुरक्षित ऋण)4. Current Liabilities (चालु दायित्व)5. Provisions ( प्रावधान)
Balance Sheet के Assets पक्ष में शामिल होने वाली मदे।
1. Fixed Assets (स्थायी सम्पत्ति)2. Current Assets (चालू सम्पत्ति)
1. Fixed Assets (स्थायी सम्पत्ति)2. Current Assets (चालू सम्पत्ति)